
वाराणसी। भोले बाबा की नगरी में उनके विवाहोत्सव की तैयारी पूरे जोरो शोरों से चल रही है। महाशिवरात्रि 18 फरवरी को है और इसकी तैयारियां मंदिरों के साथ ही गली मोहल्लों तक में शुरू हो चुकी है। अर्दली बाजार, तिलभांडेश्वर, तिलमापुर, लक्सा से लेकर दारानगर समेत गांव से लेकर शहर तक बरात समितियां शोभायात्रा को भव्य रूप देने में जुटी है। इस बार इसमें हाथी घोड़ा, रथ का जोड़ा, मसाने की होली की झांकियों के साथ बाबा का पंचबदन स्वरूप नजर आएगा। साथ ही जी-2- समिट की झलक भी दिखेगी।
पहील बार शोभायात्रा में दिखेगा बाबा का पंचबदन स्वरूप
चार दशक से दारानगर से निकल रही शिव बरात में अबकी दो चीजें खास होंगी। पहला यह कि शोभायात्रा में पहली बार बाबा का पंचबदन स्वरूप नजर आएगा। पांचवें दशक में प्रवेश के संकल्प अनुसार इसे शामिल किया जाएगा। वहीं काशी में जी-20 से जुड़े सम्मेलनों को देखते हुए शिव बरात में विभिन्न प्रांतों के प्रतिनिधियों के रूप में मुखौटा लगाए व हाथ में झंडा प सजाए लोग नजर आएंगे।
सांड़ बनारसी बनेंगे दूल्हा
बरात समिति के अध्यक्ष जगदंबा तुलस्यान व महामंत्री दिलीप सिंह ने बताया कि बरात महामृत्युंजय महादेव मंदिर से निकलेगी और दारानगर, मैदागिन- गोदौलिया होते डेढ़सी पुल तक जाएगी। मसाने की होली सजेगी। भूत-पिशाच, साधु-संन्यासी समेत गणादि तो होंगे ही हास्य कवि सांड़ बनारसी दूल्हा बनेंगे और व्यापारी नेता दुल्हन के रूप में नजर आएंगे।