
चंदौली। बलुआ थाना क्षेत्र के टांडाकला निवासी होम्योपैथिक चिकित्सक अरूण शर्मा का शव पुलिस अब तक बरामद नहीं कर सकी है। हालांकि इस हत्याकांड में मृतक की आरोपित पत्नी प्रियंका और उसके प्रेमी रोहित निषाद को पुलिस जेल भेज चुकी है। एक अन्य आरोपित की गिरफ्तारी के लिए दबिश भी दी जा रही है। लेकिन डाक्टर का शव नहीं मिलना ग्रामीणों और परिजनों के लिए सबसे बड़ा मुद्दा बना हुआ है। इस पूरे प्रकरण में शासन और सत्तापक्ष की किरकिरी हो रही है। बलुआ क्षेत्र में कई जघन्य वारदातों और गंभीर आरोप लगने के बाद भी थाना प्रभारी की कुर्सी सलामत है। जबकि पिछले दिनों जिला पंचायत सदस्य का चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे एक युवा नेता की मौत के बाद ग्रामीणों और सपाइयों ने थाने का घेराव करते हुए प्रभारी को हटाने की मांग की थी। तब महकमे के उच्चाधिकारियों की ओर से ऐसा करने का आश्वासन भी दिया गया।
वहीं दूसरी तरफ चिकित्सक की मौत के बाद जब पुलिस गंगा से शव की तलाश नहीं कर पाई तो ग्रामीणों ने एक बार फिर बलुआ थाने को घेर लिया। यहां भाजपा के एक नेता जो सकलडीहा क्षेत्र के पार्टी की नुमाइंदगी का दावा करते हैं ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि मंत्री जी से बात हो गई है जल्द ही एनडीआरएफ की टीम जिले में पहुंच जाएगी। नाराज लोग मान भी गए लेकिन दो दिन बीत जाने के बाद भी एनडीआरएफ की टीम नहीं पहुंची। लोगों का कहना है कि एनडीआरएफ की टीम दैवीय आपदा जैसे मौकों पर ही सक्रिय होती है। ऐसे में नेता जी ने किस आधार पर ग्रामीणों की आश्वासन की घुट्टी पिला दी ये नेता जी ही जाने। बहरहाल गुरुवार को वाराणसी और चंदौली की पुलिस टीमों ने गोताखोरों की मदद से शव की तलाश करवाई लेकिन अब तक सफलता नहीं मिल सकी है।