चंदौली। मुगलसराय कोतवाली पुलिस की वसूली लिस्ट ने महकमे में भूचाल ला दिया है। प्रतिमाह तकरीबन 50 लाख रुपये वसूली की जो सूची सार्वजनिक हुई वह विजिलेंस जांच में सही पाई गई है। स्थानीय स्तर पर मामले की लीपापोती की भरपूर कोशिश की गई लेकिन आईजी नागरिक सुरक्षा अमिताभ ठाकुर अप्रत्यक्ष रूप से मामले से जुड़े तो कार्रवाई का चाबुक चला। कोतवाली शिवानंद मिश्र को पहले लाइन हाजिर किया गया फिर प्रशासनिक आधार पर ईओडब्ल्यू लखनऊ स्थानांतरित कर दिया गया। बहरहाल वसूली लिस्ट को लीक करने वाले हेड कांस्टेबल अनिल कुमार सिंह ने एसपी चंदौली और सीओ सदर पर जान से मारने की साजिश का सनसनीखेज आरोप लगाया है। हेड कांस्टेबल द्वारा डीजीपी को लिख पत्र वायरल हो रहा है। जिसमें उसने एसपी, सीओ और तत्कालीन कोतवाल पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
हेड कांस्टेबल अनिल सिंह ने पत्र में लिखा है कि प्रभारी निरीक्षक के भ्रष्टचार को उजागर करती लिस्ट सबसे पहले एसपी को दी थी। सीयूजी नंबर पर ह्वाट्सएप किया था। लेकिन उनके स्तर से कोई कार्रवाई नहीं की गई। अब जबकि जांच में आरोप सत्य पाए गए हैं और एसपी भी दोषी पाए जा रहे हैं तो खिन्न होकर बदले की कार्रवाई करना चाहते हैं। झूठे मुकदमे में फंसाने, बर्खास्त करने की साजिश रची जा रही है। लिखा है कि यदि मेरे साथ अप्रिय घटना होती है तो इसके जिम्मेदार एसपी, सीओ और इंस्पेक्टर शिवानंद मिश्रा होंगे।