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कर्मचारी की बेटी ने सीएम से लगाई गुहार मेरे पापा को डायट प्राचार्य से बचाइये, मार डालेंगे


-भरे बाजार डायट प्राचार्य ने मुझपर गाड़ी चढ़ाने का प्रयास किया। मैने डिवाइडर फांद कर अपनी जान बचाई। उसके बाद गाड़ी से लोहे का राड निकालकर दौड़ा लिया। मैं सदमे में हूं। दो दिन तक सो नहीं सका, पूरी रात मेरी पत्नी और मैं रोते रहे। मुझे कुछ हो जाता तो मेरा परिवार ही अनाथ हो जाता। मेरे रीढ़ की हड्डी में चोट आई है। मेरी मनोदशा ऐसी है कि कार्यालय नहीं जा पा रहा। भगवान का शुक्र है कि आज मैं जिंदा हूं। पूर्व डायट प्राचार्य मुझे जान से मारना चाहते हैं। वरुणेंद्र तिवारी, वरिष्ठ लिपिक डायट सकलडीहा, चंदौली

वाराणसी/चंदौली। चंदौली जिले के सकलडीहा डायट पर बतौर वरिष्ठ लिपिक नियुक्त वाराणसी के बौलिया लहरतारा निवासी वरुणेंद्र तिवारी की पुत्री उत्कर्षिता तिवारी ने एक वीडियो जारी करते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ से गुहार लगाई है कि उसके पिता को सकलडीहा के ही पूर्व डायट प्राचार्य से जान का खतरा है। कहा है कि विगत 19 सितंबर को उसके पिता अपने कार्यालय के सहयोगी के साथ पुराने बिल पर साइन करवाने डायट प्राचार्य के वाराणसी स्थित आवास पर गए थे। पिता को देखते ही डायट प्राचार्य आग बबूला हो गए। पिता पर गाड़ी चढ़ाने का प्रयास किया और सफल नहीं हुए तो लोहे का राड निकालकर मारने का प्रयास किया। पिता जी किसी तरह बचते-बचाते घर आए और मुझे देखते ही फफककर रोने लगे। कहने लगे कि भगवान ने बचा लिया नहीं तो आज तुम अनाथ हो जाती। मेरे पिता इतने सदमे में हैं कि न तो एफआईआर दर्ज करवा पा रहे हैं ना ही घर से निकलकर कार्यालय जा पा रहे हैं। उन्हें अभी भी डर लग रहा है।

ये है पूरा मामला
बकौल वरुणेंद्र तिवारी सकलडीहा के डायट प्राचार्य का विगत 17 सितंबर को गोरखपुर स्थानांतरण हो गया। डायट प्राचार्य को लग रहा है कि उनके स्थानांतरण में कहीं न कहीं मेरा हाथ है। वो पहले भी मुझे परेशान करते रहे हैं। मेरा वेतन भी रोक रखा है। मैं काफी दिनों पर बेसिक शिक्षाधिकारी कार्यालय से संबद्ध रहा। उस दौरान का मेरा वेतन उन्होंने रोक दिया। अब मेरी जान के पीछे पड़े हैं।

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