
लखनऊ। सोशल मीडिया पर पुलिस की कथित वसूली लिस्ट वायरल होने के बाद से मुसीबत का सामना कर रहे मुगलसराय कोतवाल सहित थाने के तीन सिपाहियों पर एक और आफत आन पड़ी है। मुगलसराय कोतवाली में मुंशी के पद पर तैनात कांस्टेबल आशुतोष मिश्रा की बीते 19 फरवरी को आत्महत्या के मामले में पीड़ित परिवार ने कोतवाल सहित थाने में तैनात तीन पुलिसकर्मियों पर हत्या का आरोप लगाया है। बांदा जिला निवासी मृतक आशुतोष के परिवार वालों ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर जांच और कड़ी कार्रवाई की मांग की है। आरोप लगाया है कि कोतवाल और तीन पुलिसकर्मियों ने आशुतोष की हत्या कर दी और उसे आत्महत्या बताकर मामले को रफा-दफा कर दिया। मुकदमा भी पंजीकृत नहीं किया गया है।
पुलिसकर्मियों पर लगाए गंभीर आरोप
मृतक मुंशी आशुतोष के पिता जगदीश मिश्रा ने आरोप लगाया है कि कोतवाल और थाने में तैनात तीन अन्य पुलिसकर्मी मेरे पुत्र से बुराई रखते थे। घटना के पूर्व कोतवाल ने मेरे पुत्र को एक थप्पड़ भी मारा था। उसकी मोटरसाइकिल दीवान ने सीज कर दी थी। इसी बात को लेकर मेरे पुत्र की दीवान व अन्य पुलिसकर्मियों से झड़प भी हुई थी। इसके बाद से उसे परेशान किया जाने लगा। बेटे ने मुझे व अपने भाई को फोन कर घटना से अवगत भी कराया था। कोतवाल और तीन सिपाहयिों ने मिलकर पुत्र की हत्या कर दी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अवलोकन से भी यह बात साबित हो रही है। कुछ शब्दों को लिखकर काटा गया है। न तो फिंगर ंिप्रंट लिए गए ना ही फोरेंसिक जांच ही की गई। शव के पास मिले पत्र को भी गायब कर दिया गया। शरीर से निकली बुलेट को भी गायब कर दिया गया। जब हम पहुंचे तो हमें भी किसी प्रकार की कार्यवाही नहीं करने के लिए डराया-धमकाया गया।

