चंदौली। सकलडीहा एसडीएम अनुपम मिश्रा के नेतृत्व में सीएचसी अधीक्षक डॉ. संजय यादव ने नई बाजार स्थित अस्पताल में छापेमारी की। इस दौरान अस्पताल संचालकों की ओर से पंजीकरण समेत अन्य दस्तावेज प्रस्तुत नहीं किए गए। इस पर अस्पताल को सील कर दिया। एसडीएम की इस कार्रवाई से अस्पताल संचालकों में हड़कंप मच हुआ है। डा. जलालुद्दीन का अस्पताल क्षेत्र में काफी चर्चित है। उनके यहां मरीजों का रेला उमड़ता था।
नई बाजार में दशकों से जेडी क्लिनिक के नाम से अस्पताल संचालित हो रहा था। यहां आसपास के गांवों के साथ ही बिहार प्रांत और अन्य जनपदों से काफी संख्या में मरीजों की भीड़ उमड़ती है। लोग अपना उपचार कराने आते हैं। इस हास्पिटल में अंग्रेजी, आयुर्वेदिक और होम्योपैथिक तीनो दवाइयों से इलाज किया जाता था। इसके साथ ही मरीजों को भर्ती भी किया जाता था। शनिवार को एसडीएम अनुपम मिश्रा के नेतृत्व में सीएचसी अधीक्षक डॉ. संजय यादव अस्पताल पर जा धमके। एसडीएम ने वहां रजिस्ट्रेशन और कुशल डॉक्टर का ब्यौरा मांगा, लेकिन न तो चिकित्सक मिले और न ही रजिस्ट्रेशन से संबंधित दस्तावेज। इस पर अस्पताल को सील कर दिया। एसडीएम की कार्रवाई से खलबली मची रही। वैसे जिले में तमाम फर्जी अस्पताल बिना पंजीकरण, बगैर कुशल चिकित्सकों और पैरामेडिकल स्टाफ के धड़ल्ले से संचालित हो रहे हैं, लेकिन इन अस्पतालों पर विभागीय अधिकारियों की नजर नहीं जाती है। इससे प्रशासनिक कार्यप्रणाली भी सवालों के घेरे में है।