चंदौली। जिले के चकिया दिरेहूं गांव की मेधावी बेटी अर्चना मौर्य को “नमस्ते लखनऊ” कार्यक्रम में सुप्रीम कोर्ट की चर्चित अधिवक्ता सीमा समृद्धि ने “विशिष्ट राष्ट्रीय मेधा सम्मान” से सम्मानित किया। समारोह का आयोजन अंतरराष्ट्रीय बौद्ध शोध संस्थान के सभागार में किया गया, जहां अर्चना की संघर्ष की कहानी को सराहा गया।
अर्चना ने चंदौली पॉलीटेक्निक से सिविल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा किया। उसके बाद भाभा परमाणु अनुसंधान संस्थान में स्टाइपेंडरी ट्रेनी कैट वन के लिए चयनित हुईं। उन्होंने एसएससीजेई प्री और बिहार अमीन जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं में भी सफलता हासिल की। अर्चना का परिवार आर्थिक तंगी से जूझ रहा था। उनके पिता राम गोपाल सिंह चाट और फुल्की की दुकान चलाते हैं, जबकि उनकी माता कांति देवी गृहणी हैं। बेटी की उपलब्धियों से माता-पिता गर्व महसूस कर रहे हैं। उनकी बेटी के संघर्ष को सम्मान मिला है। अर्चना की सफलता ने साबित किया है कि विपरीत परिस्थितियों में भी मेहनत और लगन से बड़े लक्ष्यों को हासिल किया जा सकता है।