
चंदौली। जिलाधिकारी चंद्र मोहन गर्ग की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में कर एवं कर-करेत्तर कार्यों की मासिक समीक्षा बैठक संपन्न हुई। बैठक में राजस्व वसूली, विकास एवं प्रवर्तन कार्यों की गहन समीक्षा की गई। डीएम ने उप जिलाधिकारी और तहसीलदारों को कड़े निर्देश देते हुए कहा कि वे पूरी तैयारी के साथ बैठक में प्रतिभाग करें और अपने कार्यों में अपेक्षित प्रगति लाएं।
जिलाधिकारी ने विशेष रूप से 3 और 5 वर्ष से अधिक पुराने राजस्व वादों के निस्तारण में हो रही धीमी प्रगति पर नाराजगी जताई और तहसीलदारों को चेतावनी दी कि वे प्रतिदिन न्यायालय में बैठकर लंबित मामलों को प्राथमिकता के आधार पर निस्तारित करें। साथ ही वरासत संबंधी प्रकरणों को निर्धारित समय सीमा के भीतर निपटाने का निर्देश दिया गया।
उन्होंने कहा कि तहसील स्तर पर बकायेदारों से वसूली की कार्रवाई को प्रभावी तरीके से चलाया जाए और राजस्व अभिलेखों का सुव्यवस्थित रखरखाव सुनिश्चित किया जाए। इसके अतिरिक्त, आरसी (रिकवरी प्रमाणपत्र) का नियमित मिलान करने, सरकारी भूमि की सुरक्षा सुनिश्चित करने और जन शिकायतों का गुणवत्तापूर्ण निस्तारण करने पर विशेष बल दिया गया।
डीएम ने कहा कि उपजिलाधिकारी और तहसीलदार राजस्व कर्मचारियों के साथ समन्वय बनाते हुए समयबद्ध और पारदर्शी तरीके से कार्य करें। जमीनी विवादों के समाधान के लिए मौके पर जाकर जांच कर निष्पक्ष कार्रवाई की जाए ताकि किसी भी नागरिक के साथ अन्याय न हो।
बैठक में जिलाधिकारी ने राजस्व प्राप्ति और वसूली लक्ष्यों को प्राप्त करने की दिशा में विभागों को सक्रिय रहने की सलाह दी। उन्होंने स्पष्ट किया कि सभी अधिकारी मिशन मोड में कार्य करते हुए लंबित प्रकरणों की संख्या में प्रभावी कमी लाएं।
इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी वि.रा. राजेश सिंह, अपर जिलाधिकारी न्यायिक रतन वर्मा, प्रभागीय वनाधिकारी दिलीप श्रीवास्तव, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. वाई.के. राय, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी, जिला विकास अधिकारी सपना अवस्थी, परियोजना निदेशक आर.के. चतुर्वेदी, विभिन्न उपजिलाधिकारीगण, डीसी एनआरएलएम समेत अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।