चंदौली। पुलिस अधीक्षक अंकुर अग्रवाल ने लापरवाही पर मारूफपुर चौकी प्रभारी शिवमणि त्रिपाठी को निलंबित कर दिया है। आरोप है कि चंदौली और गाजीपुर के बीच गंगा नदी पर चार दिन पहले बदमाशों ने पुलिसकर्मी के पिता का दिनदहाड़े अपहरण कर लिया। अपहरणकर्ता चंदौली बार्डर के रास्ते भागे। गाजीपुर पुलिस की सूचना के बाद भी मारूफपुर चौकी प्रभारी ने अपने उच्चाधिकारियों को मामले से अवगत नहीं कराया।
धानापुर थानाक्षेत्र के हिंगुतरगढ़ निवासी मेघश्याम की बेटी संतकबीर जिले में पुलिस विभाग में आरक्षी के पद पर तैनात है। शनिवार की भोर में बेटी को गाजीपुर के औड़िहार रेलवे स्टेशन पर छोड़ने के बाद मेघश्याम वापस घर लौट रहे थे। इसी बीच चार पहिया में सवार छह बदमाशों ने गंगा नदी पर बने रामकरन सेतू पर उन्हे जबरन अपने वाहन में बैठा लिया। परिजनों को फोन करके 25 लाख की फिरौती मांगी। लेकिन गाजीपुर पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए आरोपियों को चौबीस घंटे के अंदर गिरफ्तार कर मेघश्याम को सकुशल बरामद कर लिया। इसी मामले में पुलिस अधीक्षक अंकुर अग्रवाल ने गाजीपुर बार्डर स्थित मारूफपुर चौकी प्रभारी शिवमणि त्रिपाठी को निलंबित कर दिया। अपहरण की सूचना के बाद भी पुलिस के उच्चाधिकारियों को अवगत नहीं कराया। सकलडीहा सीओ अनिरुद्ध सिंह ने बताया कि अपहरणकर्ता मेघश्याम को लेकर रामकरन सेतु से चंदौली के तरफ ही भागे थे। जानकारी होने के बाद भी चौकी इंचार्ज ने इसकी सूचना कंट्रोल रूम को नहीं दी। हालांकि गाजीपुर पुलिस ने मेघश्याम को चौबीस घंटे के अंदर अपहरणकर्ताओं के चंगुल से मुक्त करा लिया।