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चंदौलीप्रशासन एवं पुलिस

किसानों का क्लस्टर बनाकर जैविक खेती को करेंगे प्रोत्साहित, सुधरेगी मिट्टी की सेहत, खूब उपजेगा अन्न

चंदौली। कृषि प्रधान जनपद में प्राकृतिक विधि से होने वाली जैविक खेती अन्नदाताओं की आय बढ़ाने का जरिया बनेगी। इसके लिए कृषि विज्ञान केंद्र ने पहल की है। कृषि वैज्ञानिक किसानों का क्लस्टर (समूह) बनवाकर जैविक खेती के लिए प्रोत्साहित करेंगे।

 

सरकार प्राकृतिक पद्धति से होने वाली खेती को बढ़ावा देने का प्रयास कर रही है। इससे कृषि लागत कम होगी और किसानों की आय बढ़ेगी। इसको लेकर हाल में लखनऊ के रहमान खेड़ा में मास्टर ट्रेनर्स का प्रशिक्षण आयोजित किया गया था। इसमें प्रदेश भर से कृषि विज्ञान केंद्रों के एक-एक वैज्ञानिकों को नामित किया गया था। इसमें जिले के कृषि विज्ञान केंद्र के कृषि वैज्ञानिक डा. अमित कुमार सिंह ने भाग लिया था। उन्होंने बताया कि जनपद में किसानों को प्राकृतिक कृषि पद्धति का प्रायोगिक प्रशिक्षण दिया जाएगा, ताकि रासायनिक उर्वरकों के प्रयोग से दिन प्रतिदिन नष्ट हो रही मृदा की सेहत को सुधारा जा सके। इस पद्धति से मृदा की उर्वरा शक्ति में इजाफा तो होगा ही खेतों में गौ मूत्र, गाय का गोबर, चने का बेसन, गुड़ आदि का घोल बनाकर छिड़काव करने से उपज में दस फीसद वृद्धि होगी। सरकार का प्रयास है कि किसानों को रासायनिक खेती से मुक्ति दिलाई जाए ताकि जीवन स्वस्थ होने के साथ ही खेती और आसान हो सके। कहा कि जिले में लगभग एक हजार किसानों का क्लस्टर बनाकर भारतीय प्राकृतिक कृषि पद्धति अपनाने के लिए प्रेरित किया जाएगा। धीऱे-धीरे अन्य किसानों को भी इससे जोड़ा जाएगा।

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