चंदौली। शनिवार से वासंतिक नवरात्र शुरू होगा। घर-घर मां का दरबार सजेगा। वहीं प्रसिद्ध देवी मंदिरों में भी आस्थावानों का रेला उमड़ेगा। श्रद्धालु सुबह से माता के पूजन-अर्चन में जुट जाएंगे। इस बार कलश स्थापना के लिए सुबह छह से 8ः22 बजे तक शुभ मुहुर्त है। लोग घर में कलश स्थापना कर माता की विधिविधान से पूजा कर सकते हैं।
नवरात्र के पहले दिन माता के शैलपुत्री स्वरूप की पूजा की जाएगी। ज्योतिषाचार्य डाक्टर रामचंद्र शुक्ल ने बताया कि शनिवार को दिन में 11ः29 बजे तक प्रतिपदा तिथि रहेगी। इसलिए कलश स्थापना के लिए सुबह छह से 8ः22 बजे तक कलश स्थापना के लिए शुभ मुहुर्त माना जा रहा है। इसके बाद बौद्धिक योग शुरू होगा। इसलिए भक्तजन पहले ही कलश स्थापना कर लें। उन्होंने बताया कि इस बार नवरात्र में किसी तिथि की हानि नहीं है। नवरात्र पूरे नौ दिनों का होगा। दो अप्रैल से शुरू होकर 10 अप्रैल तक रहेगा। नवरात्र के साथ राक्षस नवसंवत्सर शुरू होगा। नवरात्र को लेकर लोगों में उत्साह दिखा। मंदिरों में सफाई व भक्तों के दर्शन-पूजन के लिए इंतजाम में पुजारी जुटे रहे। वहीं घर-घर माता के आगमन की तैयारी की गई। श्रद्धालु उपवास रखकर मां की आराधना करेंगे।