चंदौली। सदर ब्लाक के गहिरी में चल रही श्रीमद्भागवत कथा के चौथे दिन आचार्य जयंतुजय महाराज ने प्रभु के वामन अवतार, राम अवतार, श्री कृष्ण जन्म की कथा सुनाकर श्रोताओं को भाव विभोर कर दिया।
कहा नर्क से बचने का एकमात्र सरल तरीका भागवत भजन। जो जीव भगवत भजन करेगा, जो भगवान के नाम में विश्वास रखता है वो आसानी से भव सागर से तर जाता है। भगवान पर जितना विश्वास करोगे उतना ही अच्छा है। जब-जब धरती पर आसुरी शक्ति हावी हुईं, परमात्मा ने धर्म की रक्षा के लिए अवतार लेकर पृथ्वी पर धर्म की स्थापना की। मथुरा में राजा कंस के अत्याचारों से व्यथित होकर धरती की करुण पुकार सुनकर नारायण ने कृष्ण रूप में देवकी के अष्टम पुत्र के रूप में जन्म लिया और धर्म और प्रजा की रक्षा कर कंस का अंत किया। भागवत कथा सुनने का सौभाग्य मिलना बड़ा दुर्लभ है। जब भी यह सुअवसर मिले, इसका सदुपयोग करना चाहिए। कथा सुनते हुए उसी के अनुसार कार्य करें। रामकथा का संक्षिप्त में वर्णन करते हुए कहा कि मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम ने धरती को राक्षसों से मुक्त करने के लिए अवतार धारण किया। इस दौरान बीजेपी नेता डा. कृष्णानंद पांडेय, डा. एमएन पांडेय, अरविंद त्रिपाठी, श्री राम द्विवेदी आदि रहे।