
वाराणसी। यूं तो बनारसी आम और जलेबी-कचाौड़ी के दीवाने दुनियाभर में हैं। लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का दिल ठेला लगाने वाले अरविंद मौर्या के मोमोज पर आ गया है। मंगलवार को पीएम ने खुद अरविंद से उनके मामोज खाने की इच्छा भी जाहिर कर दी। भावुक अरविंद ने भी वादा किया कि बनारस आने पर वह उन्हें अपने मामोज जरूर खिलाएंगे। दरअसल प्रधानमंत्री ने प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना के लाभार्थियों के साथ ही दुर्गा कुंड में मोमोज और काफी का ठेला लगाने वाले अरविंद मौर्या से वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए बात की।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अरविंद से पूछा कि प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए कितनी भाग-दौड़ करनी पड़ी और कितने अधिकारियों के हाथ पैर पकड़ने पड़े। अरविंद ने बताया कि उन्हें ऐसा कुछ भी करने की जरूरत नहीं पड़ी। डूडा और नगर निगम के सर्वे के एक सप्ताह बाद यूनियन बैंक आफ इंडिया सोनारपुरा ब्रांच से फोन आया कि आप का लोन आया है। नगर निगम का कार्ड और आधार कार्ड लेकर बैंक आने को कहा गया। इसपर उन्हें यकीन नहीं हुआ लगा कि कोई बेवकूफ बना रहा है। इसके बाद प्रधानमंत्री ने अरविंद से मोमोज बनाने की विधि पूछी। यह भी कहा कि हम बनारस आते हैं तो लोग हमे मोमाज नहीं खिलाते। इसपर अरविंद ने वादा किया कि इस दफा बनारस आने पर वह मोमोज अवश्य खिलाएंगे। पीएम ने चुटकी लेते हुए कहा कि सिक्योरिटी के लोग उन्हें सबकुछ ऐसे ही नहीं खाने देते हैं। जिस पर अरविंद ने प्रधानमंत्री से कहा कि वे रामायण सबरी की तरह उन्हें मोमोज अवश्य खिलाएंगे। कोरोना काल में व्यापार बाधित होने और उस से आने वाली परेशानी का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने अरविंद से पूछा कि कोरोना से बचने के लिए एवं लोगों को जागरूक करने के लिए वे क्या करते हैं और अपना धंधा कैसे चलाते हैं। अरविंद ने बताया कि उनकी दुकान पर मास्क लगाकर आने वालों को एक मोमोज फ्री देने की उनकी ग्राहकों से स्कीम है। इस पर प्रधानमंत्री ने उनका स्वागत करते हुए कोरोना से बचाव हेतु लोगों को जागरूक करने हेतु धन्यवाद के दिया। मोमोज की ऑनलाइन होम डिलीवरी के बाबत पूछे जाने पर अरविंद ने बताया कि पिंकी के माध्यम से वे ऑनलाइन डिलीवरी भी करते हैं। सरकार की अन्य योजनाओं का लाभ मिलने के बाबत प्रधानमंत्री द्वारा पूछे जाने पर अरविंद मौर्या ने बताया कि परिवार के स्वास्थ्य सुरक्षा के लिए उन्हें 5 लाख रुपये का आयुष्मान कार्ड बना है, अंत्योदय कार्ड बना है जिसके द्वारा कोरोना कॉल में फ्री राशन मिला, श्रम योगी योजना में बीमा हुआ है, जिससे 60 वर्ष की आयु के पश्चात उन्हें 3000ध्- रुपये प्रति माह मिलेगा, इसके अलावा भी सरकार द्वारा बीमा कराया गया।

स्वनिधि योजना के लाभार्थियों से सीधे संवाद
प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने स्वनिधि योजना के लाभार्थियों से सीधे संवाद के दौरान अपने संबोधन में कहा कि उत्तर प्रदेश में स्वनिधि योजना में देश में प्रथम स्थान पर है। उत्तर प्रदेश में अर्थव्यवस्था में स्ट्रीट वेंडरों की बड़ी भूमिका है। इस योजना से लोगों की आवश्यकता पूरी हुई है। उत्तर प्रदेश में पलायन रोकने में रेहड़ी-पटरी वालों को दिए जा रहे स्वनिधि योजना के लोन की बड़ी भूमिका है। उत्तर प्रदेश ने स्वनिधि योजना में ऋण स्टांप ड्यूटी से मुक्त किया है। तत्परता से इस योजना का लाभ दिलाने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उनकी पूरी टीम को प्रधानमंत्री ने बधाई दी। गरीब पटरी-रेहड़ी वालों के लिए आजादी के बाद से पहली बार ऐसी महत्वाकांक्षी योजना बनी है। देश आपकी श्रम का सम्मान कर रहा है। आत्मनिर्भर भारत में वेंडरों के योगदान को पहचान रहा है। योजना में कोई गारंटी नहीं, कोई प्रमाण पत्रों के झंझट नहीं, बैंकों में चक्कर नहीं लगाने, कोई दलाल नहीं। बल्कि बैंक खुद आपके पास जाकर लोन दे रही है। व्यक्ति स्वयं ऑनलाइन अपना आवेदन अपलोड कर सकता है।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने किया स्वागत
प्रधानमंत्री के संवाद से पूर्व लखनऊ से वर्चुअली जुड़े उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का स्वागत, अभिनंदन व आभार व्यक्त करते हुए प्रदेश सरकार द्वारा कोविड काल में प्रधानमंत्री द्वारा घोषित विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं यथा- प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना, आत्मनिर्भर भारत के तहत एमएसएमई को ऋण व रोजगार सृजन, निर्माण श्रमिकों व गरीबों हेतु विशेष भरण-पोषण भत्ता, औद्योगिक गतिविधियों को गति प्रदान करने हेतु विभिन्न आर्थिक पैकेज, स्वनिधि योजना आदि प्रदेश सरकार द्वारा प्रभावी क्रियान्वयन से हुए कार्यों से प्रधानमंत्री को अवगत कराया। जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने बताया कि विगत तीन-चार महीने से प्रधानमंत्री जी द्वारा कोरोना के संकट में रेहड़ी, ठेला, पटरी पर लगाने वाले छोटे-छोटे दुकानदारों को आत्मनिर्भर बनाए जाने के उद्देश्य से ष्पीएम स्ट्रीट वेंडर्स आत्मनिर्भर निधिष् की गई घोषणाओं के क्रियान्वयन की हकीकत को जानने के लिए उत्तर प्रदेश के जनपद आगरा, लखनऊ व वाराणसी के पीएम-स्वनिधि लाभार्थियों से संवाद कर इस पर चल रहे काम की हकीकत से वाकिफ हुआ गया। प्रधानमंत्री ने वेंडरों से संवाद करके यह जानने का भी प्रयास किया कि उन्हें योजना का लाभ देने में कोई परेशानी तो नहीं हुआ और आगे मिलने वाली स्कीमों की भी उन्हें जानकारी है कि नहीं। वेंडरों के जवाब से प्रधानमंत्री पूरी तरह संतुष्ट दिखे। जिलाधिकारी ने बताया कि जिले में हजारों वेंडरों को इससे लाभान्वित कराया गया है।