कुख्यात माफिया पूर्व ब्लाक प्रमुख की गोली मारकर हत्या, पूर्वांचल में गैंगवार की आशंका गहराई

लखनऊ। कुख्यात माफिया और मऊ जिले के पूर्व ब्लाक प्रमुख अजीत सिंह की बुधवार की रात विभूतिखंड इलाके में बाइक सवार तीन बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी। अजीत सिंह के एक साथी मोहर सिंह को भी गोली लगी लेकिन वह खतरे से बाहर हैं। मृतक अजीत सिंह को माफिया मुख्तार अंसारी का करीबी बताया जाता है। उसपर हत्या के पांच मामलों सहित कुल 17 गंभीर केस दर्ज हैं। इस घटना ने जरायम की दुनियां में खलबली मचा दी है। पूर्वांचल में गैंगवार की आशंका भी गहरा गई है।
विभूतिखंड थाना क्षेत्र में बेखौफ बदमाशों ने मऊ जिले के मोहम्मदाबाद के ब्लाक प्रमुख को सरेराह गोलीमार दी। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार दोनों तरफ से फायरिंग हुई। इसमें अजीत और उसके एक साथी मोहर सिंह को गोली लगी। घटना से इलाके में अफरा-तफरी मच गई। पुलिस जब तक पहुंचती हमलावर भाग निकले। गंभीर हालत में पूर्व ब्लाक प्रमुख अजीत सिंह को डा. राममनोहर लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। जबकि मोहर सिंह की हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है।
मऊ से जिला बदर था मृतक अजीत सिंह
मृतक अजीत सिंह खुद कुख्यात अपराधी था। उसपर हत्या सहित 17 मामले दर्ज हैं। उसे बाहुबली माफिया मुख्तार अंसारी का करीबी माना जाता था। दिसंबर में इसे मऊ से जिला बदर किया गया था। तब से यह गोमतीनगर विस्तार इलाके में रह रहा था। जेल में बंद आजमगढ़ के एक बाहुबली माफिया पर घटना को अंजाम देने का शक जा रहा है। मृतक अजीत सिंह विधायक सर्वेश सिंह उर्फ सिंपू की की हत्या के मामले में गवाह भी था। 19 जुलाई 2013 को विधायक सिंपू सिंह की आजमगढ़ में हत्या कर दी गई थी। आशंका जताई जा रही है कि अजीत की हत्या के बाद पूर्वांचल में गैंगवार छिड़ सकता है। लखनऊ पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर ने बताया कि मऊ पुलिस से मृतक अजीत सिंह के बारे में जानकारी इकट्ठा की जा रही है। मृतक खुद कुख्यात अपराधी था। पुलिस नाकाबंदी कर बदमाशों की तलाश कर रही है। ऐसी जानकारी मिल रही है कि अजीत की हत्या करने वाले उसकी जान-पहचान के ही थे।