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जानिए कैसे रची गई इंडियन बैंक में चोरी की साजिश, झारखंड व पश्चिम बंगाल के शातिर चोरों उगले राज

चंदौली। झारखंड व पश्चिम बंगाल के शातिर चोरों ने मुख्यालय स्थित इंडियन बैंक की शाखा का लाकर काटकर करोड़ों के आभूषण व जेवरात उड़ाया था। घटना के एक पखवारे बाद पुलिस ने झारखंड के जामनगर थाना के सरकंडा से आठ शातिर चोरों को गिरफ्तार किया है। वहीं दो बांग्लादेशी समेत पांच अभी भी फरार हैं। चोरों के पास से 15 लाख से अधिक नकदी, सोने व चांदी के आभूषण बरामद किए गए हैं। पुलिस लाइन में बुधवार को आइजी के सत्यानारायण ने गिरफ्तारी व बरामदगी के बारे में जानकारी दी।

उन्होंने बताया कि 30 जनवरी की रात शातिर चोर इंडियन बैंक की खिड़की काटकर बैंक के अंदर दाखिल हुए थे। इसके बाद गैस कटर के जरिए 40 लाकरों को काटकर उसके अंदर रखा करोड़ों रुपये मूल्य के आभूषण पर हाथ साफ कर दिया था। मेहनत की कमाई यूं गंवाने के बाद लाकरधारकों में रोष गहराता जा रहा था। पुलिस व क्राइम ब्रांच की कई टीमों के साथ ही एसटीएफ भी जिले की सबसे बड़ी चोरी को अंजाम देने वाले शातिर चोरों का सुराग लगाने में जुटी थी। चोरी की घटना बैंक के सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई थी। इसके आधार पर पुलिस ने अपनी छानबीन शुरू की थी। आखिर एक पखवारे बाद पुलिस ने चोरी की घटना में संलिप्त रहे झारखंड व पश्चिम बंगाल के आठ शातिर चोरों को गिरफ्तार कर लिया। शातिर चोरों की पहचान झारखंड के साहिबगंज जनपद के राजमहल थाना के जामनगर निवासी डुग्गू प्रमानिक, मिट्ठू मंडल, गौरव मंडल, राधानगर थाना के बेगमगंज थाना के पवन शाह को गिरफ्तार कर लिया। वहीं उनकी निशानदेही पर उनके सहयोगी उदवा जंगलपाड़ा की पूजा देवी व आलोक कुमार और कानपुर के गोविंदपुर थाना के दादा नगर कालोनी निवासी भानु प्रताप सिंह व बिहार प्रांत के कैमूर जिले के मोहनियां थाना के बड़ी बाजार निवासी सोनू खान को चोरी के माल के साथ पड़ाव स्थित कुष्ठ आश्रम के समीप पकड़़ा गया। चोरी में शामिल रहे पश्चिम बंगाल व बांग्लादेश के रहने वाले ओमप्रकाश मंडल, कृष्णादास, अशोक मंडल, गोपी व दिलीप मंडल अभी भी फरार हैं। उनकी गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही है। शातिर चोरों के पास से 15.25 लाख रुपये नकदी, 345 ग्राम सोने के आभूषण, कुछ सोने की अंगूठियां व बालियां, 1.118 किलो चांदी के आभूषण व 11 चांदी के सिक्के बरामद किए गए हैं। इसके अलावा चोरी के लिए लाकर काटने में इस्तेमाल किए गए दो आक्सीजन गैस सिलेंडर, तमंचा व कारतूस भी मिला है। इस दौरान एसपी अंकुर अग्रवाल, एएसपी चिरंजीवी मुखर्जी समेत अन्य रहे।

फिरकी बेचने वाला बनकर की थी बैंक की रेकी
शातिर चोरों का गिरोह घटना से कई माह पूर्व ही जिले में आ गया था। पड़ाव पर किराए पर कमरा लेकर रह रहे थे। गिरोह में शामिल डुग्गू व उसके साथी ने फिरकी बेचने वाला बनकर बैंक की रेकी की। बैंक की सुरक्षा व्यवस्था, लाकर आदि का जायजा लेने के बाद योजनाबद्ध तरीके से घटना को अंजाम दिया। इसके बाद माल लेकर फरार हो गए थे। चोरी के माल को पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश में बेचने की योजना बनाई थी। इसी बीच पुलिस उन तक पहुंच गई। बताया कि इसके पूर्व कानपुर, प्रतापगढ़, प्रयागराज, झारखंड के बोकारो, मुंबई के थाणे, केरल, मध्य प्रदेश व राजस्थान में आभूषण की बड़ी दुकानों के शटर व लाकर काटकर बड़ी चोरियां कर चुके हैं।

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