
वाराणसी। डीरेका के मुख्य बिल्डिंग (प्रशासनिक भवन) में बुधवार को सुबह संदिग्ध परिस्थितियों में आग लग गई। जब तक फायर ब्रिगेड की टीम आग पर काबू पाती लाखांें रुपये के सामान, कंप्यूटर के साथ गोपनीय रिकार्ड जलकर खाक हो गए। डीरेका, गेल इंडिया और फायर ब्रिगेड की टीमों ने घंटों की कड़ी मशक्कत के बाद आगे पर काबू पाया।
आग की भयावहता इतनी थी कि दमकल कर्मियों को अंदर जाने में परेशानी हो रही थी जिसकी वजह से फायर सर्विस के जवानों ने भवन के बाहरी हिस्से में लगे शीशे को तोड़कर आग बुझाने का प्रयास करना पड़ा। मुख्य जनसंपर्क अधिकारी नितिन मेहरोत्रा ने घटना स्थल का जायजा लेने के बाद बताया कि जिस कक्ष में आग लगी है उसमें भंडार सामग्री व महत्वपूर्ण फाइलें रखी हैं। डीरेका अधिकारियों के मुताबिक यह भवन ट्रांसफर आॅफ टेक्नोलॉजी हेतु निर्धारित है। आग से नुकसान के संदर्भ में मुख्य जनसंपर्क अधिकारी नितिन महरोत्रा ने बताया समुचित अधिकारियों द्वारा आंकलन किये जाने के बाद ही नुकसान की रकम बताई जा सकती है।
मीडिया को भी रोका गया
प्रशासनिक भवन के प्रौद्योगिकी विभाग में आग लगने की खबर पर कवरेज को पहुंचे मीडियाकर्मियों को आरपीएफ ने परिसर में नहीं जाने दिया। कहा गया कि अनुमति के बाद भी भीतर जाने दिया जाएगा। मीडियाकर्मी मुख्य द्वार से भवन के अंदर प्रवेश करने लगे तो आर पी एफ द्वारा उन्हें रोक दिया गया। इसे लेकर भी काफी चर्चा रही।