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खुशखबरी! चंदौली के इस सरकारी अस्पताल में मुफ्त डायलिसिस सेवा शुरू, मरीजों को होगी सुविधा, खुद सीएम ने किया लोकार्पण

चंदौली। जिलेवासियों के लिए अच्छी खबर है। गंभीर रोगों से ग्रसित मरीजों को डायलिसिस कराने के लिए वाराणसी या निजी अस्पतालों में जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। पंडित कमलापति त्रिपाठी जिला अस्पताल में डायलिसिस सेंटर शुरू कर दिया गया है। बुधवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ से इसका लोकार्पण किया। डायलिसिस सेंटर में कुछ छह बेड हैं। पांच बेड सामान्य मरीजों के लिए जबकि एक बेड संक्रमित मरीज केे लिए रखा गया है। एक दिन में 18 मरीजों की डायलिसिस की जा सकेगी। पीपीपी माडल पर खुले इस सेंटर में एक एमबीबीएस चिकित्सक की तैनाती भी की जा चुकी हैै।

सीएम ने कहा कि स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने की दिशा में काम किया जा रहा है। जिले के लोगों को डायलिसिस की सुविधा का भरपूर लाभ मिलेगा। लोगों को योगाभ्यास पर भी ध्यान देना चाहिए। प्राणायाम स्वास्थ्य के लिए काफी लाभदायक है। इससे मानसिक तनाव के साथ-साथ कई बीमारियों से निजात मिलती है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से संचारी रोग नियंत्रण कार्यक्रम के माध्यम से जनमानस में जागरूकता कार्यक्रम चलाकर जागरूक किया जा रहा है। संचारी रोग पर नियंत्रण हेतु प्रभावी कार्रवाई स्वास्थ विभाग सुनिश्चित कर रही है। कहा कि दवाओं का छिड़काव-फागिंग व अन्य जागरुकता कार्यक्रम चलाया जा रहा है। जिलाधिकारी संजीव सिंह ने कहा कि आकांक्षी जिले में डायलिसिस सेंटर के निर्माण से लोगों को किडनी व अन्य गंभीर बीमारियों के इलाज के लिए कहीं बाहर नहीं जाना होगा। अस्पताल में निशुल्क उपचार किया जाएगा। एक साल में पांच हजार मरीजों का डायलिसिस किया जा सकेगा।

Dialysis center

हेल्थ व वेलनेस सेंटरों में हाइजीन जांच शुरू

सीएम ने हेल्थ व वेलनेस सेंटरों में ओवर हाइजीन जांच कार्यक्रम का शुभारंभ किया। आजादी के अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य में स्वास्थ्य विभाग की सेवाओं को सुदृढ़ करने के लिए निशुल्क डायलिसिस सेंटर का शुभारंभ बड़ी उपलब्धि है। इसके शुरू होने से अब किडनी रोग के मरीजों को डायलेसिस कराने के लिए वाराणसी का चक्कर नहीं लगाना पड़ेगा।

dialysis center

डायलिसिस सेंटर में उपलब्ध सुविधाएं 

जिला अस्पताल परिसर में छह बेड का डायलिसिस सेंटर बनाया गया है। इसमें मरीजों के हाल, चिकित्सकीय उपकरण आदि की सुविधा है। सेंटर में मरीजों की सुविधा के लिए शौचालय आदि भी बनवाए गए हैं। ताकि उन्हें परेशानी न होने पाए।

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