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Chandauli News : वृक्षबंधु डॉ. परशुराम सिंह को मिला लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड, पर्यावरण संरक्षण के लिए किया आजीवन प्रयास

चंदौली। चकिया तहसील क्षेत्र के कटवा माफी निवासी पर्यावरणविद् एवं वृक्ष बंधु डा. परशुराम सिंह को अमेरिका की शिकागो यूनिवर्सिटी द्वारा लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड से सम्मानित किया गया। पर्यावरण संरक्षण में उनके अतुलनीय योगदान के लिए उन्हें यह प्रतिष्ठित सम्मान नई दिल्ली के प्रधानमंत्री संग्रहालय भवन में शिकागो यूनिवर्सिटी के प्रतिनिधिमंडल द्वारा प्रदान किया गया।

इसके साथ ही उन्हें ग्रीन गार्जियन (हरित संरक्षक) और अर्थ वारियर (पृथ्वी योद्धा) के खिताब से भी नवाजा गया। यह सम्मान उन्हें वन संरक्षण, वृक्षारोपण, जल संरक्षण एवं पर्यावरण संतुलन बनाए रखने के लिए किए गए पांच दशकों के अथक प्रयासों के लिए दिया गया है।

पर्यावरण संरक्षण के लिए आजीवन प्रयास

अपने निजी आवास पर आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में डॉ. परशुराम सिंह ने कहा कि उनका जीवन पूरी तरह पर्यावरण संरक्षण के लिए समर्पित है। उन्होंने संकल्प लिया कि वे आखिरी सांस तक वनों की रक्षा और पर्यावरण सुधार के प्रयास जारी रखेंगे। गौरतलब है कि डॉ. परशुराम सिंह को पहले भी पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में दर्जनों राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पुरस्कारों से नवाजा जा चुका है। वह वन विभाग के ब्रांड एंबेसडर के रूप में भी कार्यरत हैं और वृक्षारोपण अभियानों में लगातार सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं

वन विभाग के अभियानों में प्रमुख भूमिका

डॉ. परशुराम सिंह के मार्गदर्शन में वन विभाग द्वारा चंद्रप्रभा सेंचुरी में बृहद वृक्षारोपण अभियान चलाया गया था, जिसमें उन्होंने ब्रांड एंबेसडर की भूमिका निभाई। इसके अलावा, वह जन जागरूकता अभियानों के माध्यम से लोगों को पर्यावरण के प्रति जागरूक करने में भी अग्रणी रहे हैं।

 सम्मान से क्षेत्र में खुशी का माहौल

डॉ. परशुराम सिंह को यह अंतरराष्ट्रीय सम्मान मिलने के बाद पूरे क्षेत्र में खुशी का माहौल है। लोग उन्हें बधाई देने के लिए लगातार उनके आवास पर पहुंच रहे हैं। स्थानीय नागरिकों और पर्यावरण प्रेमियों का कहना है कि डॉ. सिंह ने युवावस्था से ही पर्यावरण के प्रति विशेष संवेदनशीलता दिखाई और वृक्षारोपण, जल संरक्षण और पारिस्थितिकी संतुलन बनाए रखने के लिए अनवरत प्रयास कर रहे हैं। शिकागो यूनिवर्सिटी द्वारा मिले इस प्रतिष्ठित सम्मान ने भारत और खासतौर पर पूर्वांचल में पर्यावरण संरक्षण को लेकर जागरूकता को और अधिक बढ़ावा दिया है

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