चंदौली। संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) के आह्वान पर देशभर में स्वतंत्रता दिवस पखवाड़ा समारोह के तहत सभी जिलों में ट्रैक्टर तिरंगा सद्भावना रैली से पहले ही किसानों को नजरबंद कर दिया गया है। भाकियू टिकैत ग्रुप के पदाधिकारियों, कार्यकर्ताओं और सदस्यों को उनके घरों में कैद कर दिया गया है। इसको लेकर किसान नेताओं में आक्रोश है।
संगठन के जिलाध्यक्ष सतीश सिंह चौहान को पुलिस ने उनके घर में नजरबंद कर दिया है, जबकि अन्य कई पदाधिकारी भूमिगत हो गए हैं। इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए मंडल प्रवक्ता मणिदेव चतुर्वेदी ने कहा, क्या किसान स्वतंत्रता दिवस पखवाड़ा नहीं मना सकते। क्या ट्रैक्टर तिरंगा सद्भावना रैली निकालना संविधान के खिलाफ है, क्या जिले के किसान उग्रवादी या आतंकवादी हैं। हम यूनियन के लोग हर वर्ष की भांति इस बार भी ट्रैक्टर तिरंगा सद्भावना रैली निकालेंगे। तिरंगे के लिए हम जेल ही नहीं, बल्कि प्राण भी न्यौछावर कर देंगे। स्वतंत्रता दिवस समारोह किसी की बपौती नहीं है, यह हर नागरिक का अधिकार है कि वह स्वतंत्रता दिवस मनाए। उन्होंने आगे कहा कि 13 महीनों तक किसानों को आतंकवादी और नकली किसान बताया गया। अब फिर से किसानों को देश का गद्दार ठहराने की कोशिश की जा रही है। वर्तमान सरकार के कार्यकाल में सांस लेना भी दूभर हो गया है। अब शासन-प्रशासन से आर-पार की लड़ाई होगी। चंदौली जिले से जन आंदोलन की शुरुआत होगी।