चंदौली। कृषक बंधु, अपरिहार्य कारणों से आपका टोकन निरस्त हो गया है। कृपया नया टोकन बनवा लें। धान ब्रिकी के लिए टोकन लेने के बाद आपनी बारी का इंतजार कर रहे किसान मोबाइल पर ऐसे मैसेज आने के बाद से परेशान हो गए हैं। शासन के फरमान से किसानों की मुश्किल बढ़ गई है। सभी आनलाइन टोकन को निरस्त कर दिया गया है। अब अन्न्दाताओं को दोबारा टोकन लेना होगा।
किसानों की मुसीबत बढ़ा रहा सरकार का बदलता फरमान
सरकारी क्रय केंद्रों पर धान बिक्री की शुरुआत आफ लाइन टोकन से हुई। दबाव बढ़ा तो कुछ दिन पहले ही शासन ने आनलाइन टोकन अनिवार्य कर दिया। किसानों ने जैसे-तैसे आनलाइन टोकन लिया। इसके बाद शासन का एक और फरमान आया कि प्रत्येक मंगलवार और बुधवार को आफलाइन टोकन के जरिए खरीद होगी। इससे कुछ किसानों को राहत तो मिली लेकिन उन किसानों को यह फैसला ठीक नहीं लगा जिन्होंने मंगलवार और बुधवार का आनलाइन टोकन ले रखा था। इस बीच बरसात ने भी मुश्किल बढ़ा दी और अन्नताओं की खलिहान और क्रय केंद्रों पर रखी फसल भींग गई। किसान शासन के बदलते फरमान और प्रकृति के प्रकोप से उबरे भी नहीं थे कि मोबाइल पर आनलाइन टोकन निरस्त होने संबंधी मैसेज आने लगे। अब सरकारी केंद्रों पर धान बेचने के लिए किसानों को एक बार फिर से मशक्कत कर आनलाइन टोकन जारी कराना होगा।