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वाराणसी

स्वच्छ भारत मिशन फेज-2 : वाराणसी के भिटकुरी और मधुमखियां गांव में बनेंगे 2 बायोगैस प्लांट

वाराणसी। स्वच्छ भारत मिशन फेज-2 के तहत सेवापुरी के भिटकुरी और बड़ागांव के मधुमखियां गांव में दो बायोगैस प्लांट का निर्माण होगा। आराजीलाइन के शाहंशाहपुर के बाद गोवर्धन परियोजना के तहत दो और कंप्रेस्ड बायोगैस संयंत्र (सीबीजी) का निर्माण किया जाएगा। 48 लाख रुपये की लागत से तैयार होने वाले प्रत्येक प्लांट से 20 परिवारों को गैस की आपूर्ति की जा सकेगी।

शहंशापुर में पिछले साल हुआ है बायोगैस प्लांट का निर्माण
गोवर्धन समिति के ओर से शाहंशाहपुर में 23 करोड़ की लागत के सात एकड़ जमीन में पहले से बने कंप्रेस्ड बायो गैस प्लांट का निर्माण किया गया है। जिसे बीते एक साल में तैयार किया गया है। 90 मीट्रिक टन क्षमता के इस प्लांट से तीन टन बायोगैस, 18 टन ठोस प्राकृतिक उर्वरक और 55 हजार लीटर तरल प्राकृतिक उर्वरक का उत्पादन की क्षमता है।

प्रभारी जिला पंचायत राज अधिकारी उपेंद्र कुमार पांडेय ने बताया कि जिले के 111 गो आश्रय स्थलों में मौजूद गोवंशों की संख्या के आधार पर बड़ागांव विकास खंड के मधुमखियां गांव और सेवापुरी विकास खंड के भिटकुरी गांव को सीबीजी के लिए चयन किया गया है, जहां दो बायोगैस प्लांट का निर्माण किया जाएगा।

200 मीटर दूर 20 घरों के रसोई तक होगी सप्लाई
एक प्लांट के निर्माण में 24 लाख रुपये की लागत से 120 वर्ग मीटर में बनने वाले सीबीजी की क्षमता 45 घन मीटर होगी। जिसमें प्रतिदिन 900 से 1200 किलो गोबर के प्रयोग से गैस तैयार किया जाएगा। जिसका इस्तेमाल प्लांट से 200 मीटर दूरी तक 15 से 20 घर के रसोई में सप्लाई किया जा सकेगा।

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