fbpx
चंदौलीप्रशासन एवं पुलिसराज्य/जिला

बिहारी बाबू राजीव रंजन संभालेंगे मुगलसराय कोतवाली की कमान, जानिए इनके कारनामे

 

चंदौली। गैर जनपद स्थानांतरण के बाद भी मुगलसराय कोतवाली नहीं छोड़ रहे एनएन सिंह आखिरकार विदा हो गए। अब बिहारी बाबू वाराणसी क्राइम ब्रांच के सर्विलांस विंग के प्रभारी राजीव रंजन उपाध्याय चंदौली के इस चर्चित थाने की कमान संभालेंगे। राजीव रंजन की गिनती महकमे के तेज-तर्रार इंस्पेक्टरों में होती है। कई खूंखार अपराधियों को जेल की हवा खिला चुके हैं तो थानों की व्यवस्था को चाक चाौबंद बनाने के लिए भी जाने जाते हैं।


मुगलसराय कोतवाली के नवागत प्रभारी प्रभारी राजीव रंजन उपाध्याय 2001 में उत्तर प्रदेश पुलिस में बतौर उप निरीक्षक जनपद गोरखपुर में नियुक्त हुए और गोरखपुर के अपराधियों में खौफ और जनता को निडर माहौल दिया जिसके बाद देवरिया, महाराजगंज, कुशीनगर, वाराणसी, गाजीपुर और दोबारा वाराणसी में अपनी सेवाएं देते हुए चंदौली आ पहुंचे। राजीव रंजन उपाध्याय बताते हैं की देश रक्षा का जज्बा उन्हे पुलिस की सेवा में लाया। राजीव के पिता स्वर्गीय बीजे उपाध्याय बिहार के सीवान जिले में प्रोफेसर थे और मां नीलम उपाध्याय गृहणी थीं। राजीव की प्रारंम्भिक पढ़ाई सिवान जिले में हुई और स्नातक की डिग्री इलाहाबाद विश्वविद्यालय से ली। छोटा राजन गिरोह के खास सदस्य 50 हजार के इनामी राजन श्रीवास्तव को जेल भेज चुके हैं। राजन श्रीवास्तव ने गोरखपुर में दिन दहाड़े एलआईसी के कर्मचारी और दो गन मैन को घायल कर 80 लाख रुपये की लूट की थी, जिसमें बाद में एक व्यक्ति की इस मामले में मौत भी हो गई थी। इसपर मौजूदा सरकार ने 50 हजार का इनाम रख दिया था। अपने कार्यकाल में और भी शातिर अपराधियों पर नकेल कस चुके हैं।

Back to top button
error: Content is protected !!