
चंदौली। शासन से धनराशि प्राप्त होने के बावजूद ग्राम पंचायतों में कूड़े और पालीथिन के निस्तारण की व्यवस्था समुचित नहीं मिली। वहीं आरआरसी केंद्रों का भी सही तरीके से संचालन नहीं किया जा रहा था। निरीक्षण के दौरान कमियां सामने आने के बाद जिला पंचायत राज अधिकारी नीरज सिन्हा ने सख्त रुख अख्तियार किया है। डीपीआरओ ने ग्राम प्रधान को नोटिस भेजकर जवाब-तलब किया है। वहीं मानक के अनुरूप सफाई कराने का निर्देश दिया है। ग्राम पंचायतों को मॉडल के रूप में विकसित किया जाना है।
डीपीआरओ ने बताया कि बबुरी और जगदीश सराय ग्राम पंचायतों को मॉडल के रूप में विकसित करने के लिए शासन से धनराशि प्राप्त कराई गई थी। ग्राम पंचायत को एसएनए खाते में धनराशि भेजी गई थी। इसके जरिये आरआरसी केंद्रों का संचालन किया जाना था, ताकि कचरे और पालीथिन का सही तरीके से निस्तारण हो सके। डीपीआरओ ने पिछले दिनों बबुरी ग्राम पंचायत का निरीक्षण किया। उस दौरान पाया गया कि न तो गांव में आरआरसी केंद्र को सक्रिय किया गया है और न ही सफाई व्यवस्था समुचित मिली। गांव के चारों तरफ कूड़े, पालीथिन बिखरे पाए गए। इस डीपीआरओ ने ग्राम प्रधान राजकुमारी को नोटिस जारी कर जवाब तलब किया है। उन्होंने तत्काल सफाई व्यवस्था भी दुरूस्त कराने के निर्देश दिए हैं।
इसी तरह हिनौता जगदीश सराय गांव में भी धनराशि प्राप्त होने के बावजूद ग्राम की सफाई व्यवस्था में अपेक्षित सुधार नहीं हुआ। गांव में सड़क की तरफ कूड़े और पालीथिन बिखरा पड़ा था। इस पर डीपीआरओ ने नाराजगी व्यक्त करते हुए ग्राम प्रधान प्रमोद कुमार पासवान को सफाई व्यवस्था सुनिश्चित करने के सख्त निर्देश दिए।