चंदौली। धीना क्षेत्र के मुड़कपुआ गांव में स्वाधीनता संग्राम में सैयदराजा गोलीकांड के महानायक पं. जगत नारायण दुबे की प्रतिमा का अमृत कलश योजना के तहत बने तालाब के किनारे अनावरण किया गया। इसके पूर्व ध्वजारोहण कर राष्ट्रीय ध्वज को सलामी दी गई।
पंडित जगत नारायण दुबे का संक्षिप्त परिचय
मुड़कपुआ गांव निवासी पंडित जगत नारायण दुबे ने मात्र 14 वर्ष की अवस्था से ही स्वत्रंत्रता आंदोलनों में शिरकत शुरू कर दी थी। छह दफा जेल गए और सैयदराजा गोलीकांड में अंग्रेजों की गोली भी खाई। इस दौरान कुल 960 राउंड फायरिंग हुई थी। पंडित जी 1972 से 1978 तक विधान परिषद सदस्य रहे। इसके अतिरिक्त कई दफा कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष रहे। 1948 से 1958 तक वाराणसी जिला परिषद के भी अध्यक्ष रहे। पंडित जगत नारायण दुबे के पुत्र अच्युतानंद दुबे और पौत्र रिटायर्ड एसडीएम विमल दुबे ने श्रद्धासुमन अर्पित किया। इस दौरान प्रधान प्रतिनिधि पंकज शुक्ला, आत्मानंद दुबे, रमेश दुबे, उत्तम दुबे, माधव दुबे, सुजीत दुबे आदि मौजूद रहे।