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राजनीतिराज्य/जिलावाराणसी

वाराणसी में भाजपा पर फायर हुए सतीश चंद्र मिश्र, बोले बसपा सरकार बनाएगी

वाराणसी। बहुजन समाज पार्टी की प्रबुद्ध वर्ग की विचार-संगोष्ठी में मंगलवार को राज्यसभा सांसद सतीश चंद्र मिश्रा ने भाजपा पर जमकर निशाना साधा। दीवानी कचहरी के समीप स्थित रामाश्रय वाटिका में बसपा के राष्ट्रीय महासचिव ने कहा कि भाजपा धर्म के नाम लोगों को सिर्फ लूटती है और छलती है। ये लोग साल 1990 से रामलला के मंदिर के नाम पर पैसे इकट्‌ठा कर रहे थे। एक साल पहले अयोध्या में रामलला के मंदिर का भूमिपूजन हुआ और आज तक वहां मंदिर का कोई ठोस काम नहीं हो सका। देश भर के ब्राह्मणों ने मना किया था कि भूमि पूजन का मुहूर्त ठीक नहीं है लेकिन उनकी नहीं सुनी गई। इसके बाद फिर भाजपा ने साल भर में 10 हजार करोड़ रुपए जुटा लिए। अब यह लोग यह नहीं बता पा रहे हैं कि देश भर से जुटाए गए हजारों करोड़ रुपए का क्या हुआ। भाजपा के लोगों के लिए धर्म सत्ता प्राप्त करने का एक माध्यम है। आज पूरे उत्तर प्रदेश में सैकड़ों की संख्या में ब्राह्मणों की हत्या की जा रही है। कानपुर में एक कांड हो गया तो प्रदेश भर के ब्राह्मण अकारण ही भाजपा सरकार के निशाने पर आ गए। उत्तर प्रदेश में कानून का राज नहीं बल्कि मनमाना शासन चल रहा है। अब समय आ गया है कि ब्राह्मण समाज धर्म के नाम पर काशी और अयोध्या की सांस्कृतिक विरासत को नष्ट करने वालों से सावधान हो जाए। ब्राह्मण समाज को एकजुट होने की जरूरत है। बसपा महासचिव ने कहा कि काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के नाम पर हजारों वर्ष पुराने 167 पौराणिक मंदिरों और वट वृक्ष जैसे आस्था के पुरातन केंद्र को उजाड़ दिया गया। बाबा विश्वनाथ की कचहरी उजाड़ दी गई। काशी की पंचक्रोशी यात्रा जैसी 15 प्रमुख धार्मिक यात्राओं में बाधा पैदा कर दी गई। गंगाजी को मंदिरों के अवशेष से पाटने का काम किया गया। शिवलिंग उठा कर लंका थाने में कैद कर दिए गए। शंकराचार्य से शास्त्रार्थ करने वाले पंडित मंडन मिश्रा की प्रतिमा को तोड़ दिया गया।


कॉरिडोर में मॉल के जैसे दुकानें बन रही हैं, शौचालय बनाए जा रहे हैं। वहां लोग दर्शन-पूजन करने आएंगे या पर्यटन के लिए आएंगे। काशी विश्वनाथ ट्रस्ट के पास एक समय 90 करोड़ रुपए हुआ करते थे। उसमें से अब सिर्फ 6-7 करोड़ रुपए बचे हैं। शेष पैसा कहां गया, किसी को नहीं पता है। यह सब कुछ काशी के पंडित देखते रहे और चुप रहे। यह सब उस धरती में हुआ जहां से महामना पंडित मदन मोहन मालवीय ने काशी हिंदू विश्वविद्यालय की स्थापना कर देश और दुनिया को एक नई दिशा दी। सतीश चंद्र मिश्रा ने कहा कि आप सब भगवान परशुराम के वंशज हैं तो डरना बंद करिए। इनकी असलियत सबको बताइए कि यह धर्म के नाम पर बहुत छल चुके हैं और बहुत लूट चुके हैं। लोगों को बहुत धोखा दे चुके हैं। अब समय आ गया है कि इनका मुखौटा उतार कर समाज को इनकी असलियत बताइए। यदि ऐसा नहीं करेंगे तो आप सभी भगवान परशुराम के वंशज कहलाने लायक नहीं रहेंगे। आप लोग डरिए मत और भाजपा के लोगों से सवाल करिए। बनारस एक ऐसी जगह है जहां शिव स्वयं वास करते हैं। आप सभी लोग सत्य के साथ खड़े रहिए और भाजपा के लोगों से पूछिए कि देश का सब कुछ बेंचने का काम क्यो कर रहे हैं। देश को कहां ले जाना चाहते हैं। प्रदेश में ब्राह्मण 16 प्रतिशत हैं और दलित 24 प्रतिशत हैं। दलित और ब्राह्मण साथ आएंगे तो 40 फीसदी मत के साथ हम उत्तर प्रदेश में सरकार बना लेंगे। बसपा ने जितने ब्राह्मणों को मंत्री बनाया उतने ब्राह्मण भाजपा और सपा सरकार में शीर्ष पर नहीं पहुंचे। भाजपा के जैसे बसपा लड़ाने का काम नहीं करती है बल्कि सर्व समाज को जोड़ कर साथ चलती है। बसपा के साथ ही सर्व समाज का हित सुरक्षित है। इसलिए अब ब्राह्मण समाज सचेत हो जाए और 2022 के विधानसभा चुनाव में बसपा के साथ खड़े होकर एक सुदृढ़ और सर्वजन हिताय व सर्वजन सुखाय वाली सरकार बनाएं। इससे पहले बसपा नेता सतीश चंद्र मिश्रा ने मंगलवार को श्री काशी विश्वनाथ मंदिर, श्री अन्नपूर्णा मठ मंदिर और संकटमोचन मंदिर में सपरिवार पूजापाठ किया। विश्वनाथ मंदिर के बाहर उन्होंने कहा कि वह अयोध्या और मथुरा के बाद काशी आए हैं। सोमवार से ही काशी और पूर्वांचल के प्रबुद्ध ब्राह्मण उनसे मुलाकात कर रहे हैं। संगोष्ठी के बाद भी उन्हें कई ब्राह्मणों से मुलाकात करनी है। कई प्रबुद्ध ब्राह्मणों के संदेश उनके पास आए थे कि मुलाकात करनी है। इसलिए वह काशी आए हैं और सबके आशीर्वाद व सहयोग से 2022 के विधानसभा चुनाव में बसपा सरकार बनाएगी।

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