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संस्कृति एवं ज्योतिष

Janmashtami 2023: संतान प्राप्ति के लिए जन्माष्टमी के दिन करें इन मंत्रों का जाप, घर में गूजेंगी बच्चे की किलकारी

जो दंपति संतान की प्राप्ति की कामना रखते हैं उनके लिए कृष्ण जन्माष्टमी का दिन बेहद ही खास और महत्वपूर्ण माना गया है। कहते हैं कि इस दिन यदि विधि-विधान से लड्डू गोपाल का पूजन किया जाए और कुछ मंत्रों का जाप किया जाए तो जल्द ही संतान प्राप्ति के संयोग बनते हैं। इसलिए निसंतान दंपतियों के लिए जन्माष्टमी का दिन एक खास महत्व रखता है और इस दिन वह लड्डू गोपाल की सेवा करते हैं।

बता दें कि हर साल भाद्रपद के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि के दिन जन्माष्टमी का पर्व मनाया जाता है। क्योंकि इसी दिन भगवान विष्णु ने धरती पर भगवान कृष्ण के रूप में अवतार लिया था। इस बार दो दिन अष्टमी तिथि होने की वजह से कुछ जगहों पर 6 सितंबर और कुछ जगह 7 सितंबर को जन्माष्टमी का त्योहार मनाया जा रहा । अगर आप भी काफी समय से संतान प्राप्ति की कामना कर रहे हैं तो जन्माष्टमी के दिन कुछ मंत्रों का जाप जरूर करें।

संतान प्राप्ति मंत्र
देवकीसुतं गोविन्दम् वासुदेव जगत्पते। देहि मे तनयं कृष्ण त्वामहं शरणं गत:।।
इसे गोपाल मंत्र कहा जाता है और जिन परिवारों में संतान सुख न हो और कुंडली में बुध व गुरु संतान प्राप्ति में बाधक हों। उस दंपति को जन्माष्टमी के दिन इस मंत्र का 108 बार जाप करना चाहिए। संतान प्राप्ति के लिए बेहद ही फलदायी मंत्र माना गया है। मंत्र का जाप करने के लिए तुलसी की शुद्ध माला का उपयोग करना चाहिए।

सर्वधर्मान् परित्यज्य मामेकं शरणं व्रज। अहं त्वा सर्वपापेभ्यो मोक्षयिष्यामि मा शुच।।
हिंदू धर्म शास्त्रों व पुराणों के अनुसार संतान प्राप्ति के लिए यह मंत्र एक सरल उपाय है। इसका जाप करने से घर में कान्हा जैसी सुंदर संतान का जन्म होता है। शीघ्र संतान प्राप्ति के लिए घर में भगवान कृष्ण के बालस्वरुप लड्डू गोपाल जी की प्रतिमा भी स्थापित करनी चाहिए।

लड्डू गोपाल की सेवा
जन्माष्टमी के दिन संतान प्राप्ति की कामना रखने वाले दंपतियों को विधि—विधान से लड्डू गोपाल का पूजन करना चाहिए। साथ ही उनकी सेवा करनी चाहिए और लड्डू गोपाल की सेवा के कुछ नियम होते हैं। जैसे कि सुबह उठकर उन्हें स्नान कराना और फिर श्रृंगार करना। इसके बाद दिन में चार पर उन्हें भोग लगाया जाता है।लड्डू गोपाल यानि बाल गोपाल को कभी भी घर में अकेला नहीं छोड़ा जाता। रात में सोते वक्त उनके कपाट बंद किए जाते हैं।

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