
चंदौली। हाईस्कूल व इंटर की बोर्ड परीक्षा 16 फरवरी से शुरू होगी। इसके लिए समस्त तैयारियां पूर्ण कर ली गई हैं। परीक्षा को सकुशल संपन्न कराने के लिए जिला प्रशासन ने जिले को पांच जोन और 16 सेक्टरों में बांटा है। जोनल और सेक्टर मजिस्ट्रेट परीक्षा की निगरानी करेंगे। वहीं उड़ाका दल की टीमें भी चक्रमण करती रहेंगी। नकल माफियाओं पर एसटीएफ की नजर रहेगी। ऐसे में नकलचियों की खैर नहीं।
बोर्ड परीक्षा के लिए जिले में 100 केंद्र बनाए गए हैं। इस बार बोर्ड परीक्षा के लिए हाईस्कूल व इंटरमीडिएट में कुल 68342 परीक्षार्थी पंजीकृत हैं। इसमें हाईस्कूल में कुल 34635 परीक्षार्थी हैं। इसमें बालक 18278 और बालिकाएं 16478 हैं। वहीं इंटर में कुल 33577 परीक्षार्थी हैं। इसमें बालक 18238 और बालिकाएं 15339 हैं। सभी केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरा, वायस रिकार्डर आदि लगवाए गए हैं। इसके जरिए परीक्षा की निगरान की जाएगी। केंद्र व्यवस्थापकों को परीक्षा की रिकार्डिंग सुरक्षित रखनी होगी, ताकि साक्ष्य के तौर पर उपलब्ध करा सकें। परीक्षा को सकुशल संपन्न कराने के लिए प्रत्येक परीक्षा केंद्र पर एक केंद्र व्यवस्थापक के साथ एक वाह्य केंद्र व्यवस्थापक नियुक्त किया गया है। जो परीक्षा केंद्र के साथ ही आसपास की निगरानी करेगा। इसके अलावा 100 स्टैटिक मजिस्ट्रेट केंद्र पर मुस्तैदी के साथ तैनात रहेंगे। परीक्षा केंद्र की सभी गतिविधियों पर नजर रखेंगे। जोनल, सेक्टर मजिस्ट्रेट और उड़ाका दल की टीमें परीक्षा केंद्रों पर चक्रमण कर हालात का जायजा लेती रहेंगी। यदि नकल पकड़ी गई तो परीक्षार्थी के साथ ही केंद्र व्यवस्थापक की भी जिम्मेदारी व जवाबदेही तय की जाएगी।
स्टैटिक मजिस्ट्रेट के पास रहेगी स्ट्रांग रूम की चाबी
स्ट्रांग रूम की चाबी स्टैटिक मजिस्ट्रेट के पास रहेगी। वहीं डबल लाक में प्रश्न पत्र रखे जाएंगे। स्टैटिक मजिस्ट्रेट, केंद्र व्यवस्थापक व वाह्य केंद्र व्यवस्थापक की मौजूदगी में सीसीटीवी कैमरे के सामने प्रश्नपत्रों के लिफाफे की सील खुलेगी। स्ट्रांग रूम की सुरक्षा व्यवस्था भी चाक-चौबंद रहेगी। ताकि किसी तरह की गड़बड़ी या हेराफेरी की आशंका न रहे।
डीएम बोलीं, नकलविहीन परीक्षा कराने को प्रशासन तैयार
जिलाधिकारी ईशा दुहन ने कहा कि जिला प्रशासन नकलविहीन परीक्षा कराने के लिए प्रतिबद्ध है। मजिस्ट्रेट की तैनाती कर दी गई है। वहीं सभी केंद्रों पर वायस रिकार्डरयुक्त सीसीटीवी कैमरों से निगरानी होगी, ताकि परीक्षा की गोपनीयता किसी भी हाल में भंग न होने पाए।