
चंदौली। सीआइबी टीम, टास्क टीम व बचपन बचाओ आंदोलन के कार्यकर्ता के साथ संयुक्त रूप से कार्रवाई करते हुए गाड़ी संख्या 19314 UP (पटना-इंदौर) एक्सप्रेस की बोगी से डीडीयू स्टेशन पर सात नाबालिग बच्चों को बरामद किया। ह्यूमन ट्रैफिकर उन्हें बाल मजदूरी कराने इंदौर ले जा रहा था। बरामद बच्चों व ट्रैफिकर को विधिक कार्रवाई के लिए जीआरपी को सुपुर्द कर दिया गया। सभी बच्चे बिहार के सीतामढ़ी के रहने वाले हैं।
रेलवे सुरक्षा बल पोस्ट डीडीयू के प्रभारी निरीक्षक प्रदीप कुमार रावत को मुखबिर से सूचना मिली कि ट्रैफिकर आधा दर्जन से अधिक बच्चों को लेकर ट्रेन से कहीं जा रहा है। इस पर सुरक्षाबल अलर्ट हो गए। वहीं रेलवे सुरक्षा बल के अधिकारी, जवान, सीआइबी टीम,टास्क टीम व बचपन बचाओ आंदोलन के कार्यकर्ताओं ने संयुक्त रूप से कार्रवाई करते हुए गाड़ी संख्या 19314 UP (पटना-इंदौर) एक्सप्रेस के डीडीयू स्टेशन पर आगमन उपरांत गाड़ी के पिछले जनरल कोच की चेकिंग करते हुए सात नाबालिक बच्चों व एक ट्रैफिकर को संदिग्ध स्थिति में पकड़ा। उनसे पूछताछ कर उनको गाड़ी से उतारा गया। पूछताछ में सभी ने अपना नाम व पता बताया। सभी बच्चे बिहार के सीतामढ़ी के रहने वाले हैं। ट्रेफिकर सातों बच्चों को मजदूरी के नाम पर फैक्ट्री में काम करने हेतु इंदौर ले जा रहा था। अभियान के दौरान डीडीयू पोस्ट के उप निरीक्षक आरएन राम, अमरजीत दास, प्रधान आरक्षी आरसी यादव, सीआइबी के सहायक उप निरीक्षक सतीश सिंह, प्रधान आरक्षी पवन कुमार, अवधेश कुमार, टास्क टीम के आरक्षी अच्छेलाल यादव तथा बचपन बचाओ आंदोलन डीडीयू टीम की प्रोजेक्ट अधिकारी चंदा गुप्ता शामिल रहे।