
वाराणसी : जनपद में गुजरात की फार्म से 1.40 करोड़ रुपए की लूट और लावारिश कार में करीब 93 लाख रुपए बरामद होने के मामले में बड़ी कार्रवाई हुई है। वाराणसी के पुलिस कमिश्नर ने मामले में निलंबित चल रहे तत्कालीन थाना प्रभारी समेत 7 पुलिसकर्मियों को बर्खास्त कर दिया है। थाना प्रभारी सहित 3 सब इंस्पेक्टर और 3 कांस्टेबल की बर्खास्तगी से वाराणसी पुलिस महकमे में हड़कंप मचा हुआ है।
बता दें कि बर्खास्त होने वाले पुलिस कर्मियों में तत्कालीन भेलूपुर थाना प्रभारी इंस्पेक्टर रमाकांत दुबे, दरोगा सुशील कुमार, महेश कुमार और उत्कर्ष चतुर्वेदी और सिपाही महेंद्र कुमार पटेल, कपिल देव पांडेय व शिवचंद्र शामिल हैं।
गौरतलब है कि बैजनत्था क्षेत्र की आदि शंकराचार्य कॉलोनी स्थित गुजरात की फर्म के कार्यालय में 29 मई की रात डाका डाला गया और 1.40 करोड़ रुपये लूट लिए गए। इसकी सूचना भेलूपुर थाने की पुलिस को थी, लेकिन प्रभावी कार्रवाई नहीं की गई। पुलिसकर्मियों ने बिना अपने उच्च अधिकारियों को अवगत करवाएं अपने स्तर से मामले का निस्तारण करने में जुट गए। मामला जब तूल पकड़ा तो घटना के 2 दिन बाद 31 मई को भेलूपुर के शंकुलधारा पोखरे के समीप लावारिश कार से 92 लाख 94 हजार 600 रुपए बरामद हुए। पुलिस के द्वारा बरामद इन रुपए को लेकर भी कई सवाल खड़े होने लगे। मामला जब तूल पकड़ने लगा तो आनन -फानन में अधिकारियों में इस मामले में जांच का जिम्मा काशी ज़ोन के डीसीपी आर.एस गौतम को सौंपा।
वहीं पूरे प्रकरण में पुलिसकर्मियों को प्रथम जांच में संदिग्धता मिलने पर तत्कालीन थाना प्रभारी रमाकांत दुबे को लाइन हाजिर और खोजवा पुलिस चौकी इंचार्ज को थाने से संबद्ध कर दिया। वही इस कार्रवाई से मामले में पुलिस विभाग की किरकिरी हुई तो पुलिस उपायुक्त संतोष सिंह ने तत्कालीन थाना प्रभारी समेत घटना के दौरान मौके पर मौजूद सभी पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया।