
चंदौली। भाजपा की मुस्लिम नेत्री मुगलसराय निवासी इकरा अनवर और एक पूर्व विधायक के बीच सोशल मीडिया पर शुरू हुआ कोल्ड वार कोतवाली तक पहुंच गया। इकरा ने पिछले दिनों अपने फेसबुक वाल पर एक टिप्पणी की जिसमें सिंधु बार्डर पर आंदोलनरत अधिकांश किसानों को खालिस्तानी आतंकवादी बताते हुए पूर्व विधायक का नाम भी उनसें जोड़ दिया। पूर्व विधायक ने तो इसपर कोई सीधी प्रतिक्रिया नहीं दी लेकिन इकरा का आरोप है कि पूर्व विधायक के इशारे पर उनके समर्थक अशोभनीय टिप्पणी कर उनकी छवि खराब करने की कोशिश कर रहे हैं। अपनी फरियाद लेकर मंगलवार की शाम मुगलसराय कोतवाली पहुंची नेत्री को पुलिस का रवैया नागवार गुजरा तो परिसर में ही धरने पर बैठ गईं। मामले ने तूल पकड़ा तो पुलिस ने नौ नामजद और अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने में ही भलाई समझी।
पूर्व विधायक के रवैये से इकरा काफी आहत हैं। उनका कहना है कि जो जनप्रतिनिधि एक महिला का सम्मान नहीं कर सकता वह जनता का भला क्या करेगा। नेत्री पूर्व विधायक के खिलाफ आक्रामक रुख अख्तियार कर चुकी हैं। बहरहाल मुगलसराय कोतवाली पुलिस ने मंगलवार की देर रात तकरीबन 11 बजे आईटी एक्ट की धारा 66E और 67A के तहत मुगलसराय निवासी चंदू यादव, अक्षय पाटिल, महादेव शिंदे, वाराणसी जिले के लालता मिश्रा, अयोध्या के अमन सिंह, महाराष्ट्र के दादा पाटिल और मो. कैफ, जौनपुर के यदुवंशी सोनू और दिल्ली के भावी यादव सहित मुगलसराय के कुछ अन्य अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। हालांकि इकरा को अभी रंज इस बात को लेकर है कि पुलिस पूर्व विधायक के खिलाफ कार्रवाई नहीं कर रही।