
चंदौली। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत बुधवार की देर रात डीडीयू जंक्शन पहुंचे। प्लेटफार्म संख्या तीन से संघमि़त्रा एक्सप्रेस ट्रेन से गंतव्य को रवाना हुए। इस दौरान सुरक्षा के काफी कड़े बंदोबस्त किए गए थे। स्टेशन और आस-पास के इलाके को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया था। मोहन भागवत वाराणसी में एक सार्वजनिक कार्यक्रम में भाग लेने आए थे।

बीजेपी नेताओं को नहीं मिली तवज्जो
आरएसएस प्रमुख के डीडीयू जंक्शन पहुंचने की सूचना मिलते ही बीजेपी नेता और संघ के कुछ सदस्य उनसे मिलने पहुंच गए। फ्लीट से उतरने के बाद मोहन भागवत सीधे प्लेटफार्म संख्या तीन पर बने वीवीआईपी रूम में पहुंचे। स्थानीय बीजेपी नेताओं सहित अन्य सभी को बाहर ही रोक दिया गया। बीजेपी के जिलाध्यक्ष भी बाहर ही इंतजार करते रहे। किसी को भी आरएसएस प्रमुख से मिलने नहीं दिया गया। ट्रेन के प्लेटफार्म पर लगने के बाद जब मोहन भागवत अपने कोच में बैठने के लिए निकले तब भी किसी नेता से कोई बात नहीं की। बस मुस्कुराकर सबका अभिवादन स्वीकार किया। हालांकि जिले का एक भी विधायक उनसे मिलने नहीं पहुंचा था, जो चर्चा का विषय बना रहा।

ट्रेन के समय से 40 मिनट पहले ही पहुंच गए, समर्थकों को नारेबाजी से रोका
आरएसएस सदस्यों को वैसे भी समय का काफी पाबंद माना जाता है। संघ प्रमुख ने इसकी एक बानगी भी पेश की। ट्रेन के निर्धारित समय से तकरीबन 40 मिनट पहले ही स्टेशन पहुंच गए। वीवीआईपी रूम में बैठकर ट्रेन के आने का इंतजार किया। अपने कोच में चढ़े तब समर्थकों ने नारेबाजी शुरू की। लेकिन मोहन भागवत ने तत्काल उन्हें ऐसा करने से मना किया। उंगली के इशारे से समर्थकों को रोका।
सुरक्षा व्यवस्था रही चाक चौबंद
आरएसएस प्रमुख के आगमन के मद्देनजर सुरक्षा व्यवस्था पूरी तरह से चाक चौबंद रही। स्टेशन और आस-पास का इलाका पुलिस छावनी बना रहा। एसडीएम, सीओ सहित पुलिस, पीएसी, जीआरपी और आरपीएफ के अधिकारी मुस्तैद रहे। ट्रेन के रवाना होने के बाद ही सभी ने राहत की सांस ली।