मऊ। सरायलखंसी थाना क्षेत्र के बढ़ुआगोदाम में शुक्रवार को बदमाशों ने पूर्व ग्राम प्रधान और वर्तमान में ग्राम प्रधानपति शैलेंद्र यादव की गोली मारकर हत्या कर दी। सुबह गांव में शौचालय निर्माण का कार्य चल रहा था। वहीं पर बाइक सवार तीन बदमाश आए और घटना को अंजाम देने के बाद आराम से फरार भी हो गए। मृतक पूर्व प्रधान का आपराधिक इतिहास भी रहा है। वह थाना सरायलखंसी का हिस्ट्रीशीटर था। घटना के बाद पुलिस के आलाधिकारी मौके पर पहुंच गए। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया।
गांव के पश्चिम-दक्षिण छोर पर सामुदायिक शौचालय का निर्माण चल रहा था। प्रधान पति वहीं पुआल पर बैठकर निर्माण कार्य देख रहे थे तथा मजदूरों को आवश्यक निर्देश दे रहे थे। इसी दौरान एक बाइक पर सवार तीन बदमाश आए और पूर्व प्रधान को लक्ष्य कर गोली चला दी। एक गोली लगते ही प्रधान उठकर भागे तभी हमलावरों ने दौड़ाकर कई फायर किए, शैलेंद्र वहीं गिर पड़े। यह देख मजदूर भाग खड़े हुए। बदमाशों के जाने के बाद आसपास के लोग वहां पहुंचे और शैलेंद्र को जिला अस्पताल ले आए। वहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। सूचना पाकर पुलिस अधीक्षक सुशील घुले, अपर पुलिस अधीक्षक त्रिभुवन नाथ त्रिपाठी व अन्य पुलिस अधिकारी पहुंच गए और घटना के बाबत जानकारी प्राप्त की। मृतक पूर्व प्रधान का आपराधिक इतिहास रहा है। आरटीआइ कार्यकर्ता बालगोविंद सिंह, दवा व्यवसायी घूरा गुप्ता हत्याकांड में आरोपित भी था। उस पर दोनों हत्याओं समेत कुल 10 मुकदमे दर्ज थे। अभी कुछ महीने पहले ही वह जेल से छूटकर बाहर आया था। स्वजनों ने हत्या का आरोप बालगोविंद व घूरा के पुत्रों पर लगाया। पुलिस ने एक आरोपित को हिरासत में ले लिया है।
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