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चंदौलीप्रशासन एवं पुलिस

Chandauli News : ओडिशा से आदिवासी बच्चों को लाकर बनारस में स्लीपर फैक्ट्री में कराई जा रही मजदूरी, डीडीयू जंक्शन पर मिले 21 नाबालिग व बालिग बच्चे

चंदौली। ओडिशा के आदिवासी इलाके से नाबालिग व बालिग बच्चों को लाकर बनारस स्थित स्लीपर फैक्ट्री में मजदूरी कराई जा रही। फैक्ट्री से भागकर आए 21 बच्चे डीडीयू जंक्शन पर मिले। उनके आरोपों पर भरोसा कर रेलवे सुरक्षा बल ने वाराणसी के लोहता स्थित स्लीपर फैक्ट्री में छापेमारी की तो इसकी पुष्टि हो गई। रेलवे प्रशासन, बीबीए संस्था की सूचना के आधार पर वाराणसी कमिश्नरेट पुलिस ने मामले में आवश्यक विधिक कार्रवाई का भरोसा दिलाया है।

 

 

वरीय मंडल सुरक्षा आयुक्त डीडीयू जेथिन बी राज व सहायक सुरक्षा आयुक्त हरिनारायण राम के दिशा निर्देश पर चलाए जा रहे आपरेशन आहट अभियान के दौरान सोमवार को डीडीयू जंक्शन पर 21 नाबालिग एवं बालिग बच्चे डीडीयू जंक्शन के FOB  पर एक साथ डरे सहमे घूमते हुए दिखे। आरपीएफ पोस्ट डीडीयू के निरीक्षक संजीव कुमार साथ अधिकारीगण व जवानों ने गश्त के दौरान डरे सहमे बच्चों से पूछताछ की। बच्चों ने बताया कि सभी रायगढ़ ओडिशा के रहने वाले हैं। विगत एक साल से वाराणसी के लोहता स्थित खेमचंद्र कंक्रीट स्लीपर प्राइवेट कंपनी में काम कर रहे हैं। सुपरवाइजर ने कई माह काम करने के बावजूद मजदूरी नहीं दी। घर जाने के लिए कहते हैं तो धमकाता है। बताया कि हम सभी सुपरवाइजर की नजरों से बचकर भागकर यहां तक पहुंचे हैं। हम सभी अपने घर ओडिशा के रायगढ़ जाना चाहते हैं। फैक्ट्री में अभी और भी बच्चे फंसे हुए हैं। उनसे जबरन काम कराया जा रहा है। इस पर वरीय मंडल सुरक्षा आयुक्त डीडीयू जेथिन बी राज में संज्ञान लेते हेतु सत्यापन करवाने का आदेश दिए। इस पर रेलवे सुरक्षा बल पोस्ट डीडीयू के निरीक्षक संजीव कुमार, अवर निरीक्षक मुकेश कुमार, सहायक उप निरीक्षक प्रदीप कुमार श्रीवास्तव,आरक्षी अरुण कुमार सिंह,आरक्षी अमित जैसवाल व आरक्षी सदानंद यादव, बचपन बचाओ आंदोलन के को- ऑर्डिनेटर देशराज सिंह व कृष्ण शर्मा ने स्थानीय AHTU/बनारस तथा श्रम विभाग वाराणसी के साथ लोहता पर स्थित स्लीपर कंक्रीट फैक्ट्री में छापेमारी की। वहां बच्चों के आरोपों की पुष्टि हुई। रेलवे प्रशासन की मानें तो फैक्ट्री में सीमेंट, कंक्रीट से रेलवे का स्लीपर बनाया जाता है, जोकि एक प्राईवेट एजेंसी से संचालित है। अधिकारियों ने बताया कि डीडीयू जंक्शन पर मिले बच्चों का नाम, पता और उम्र का सत्यापन करने के उपरांत पाया कि उसमें से कुल 11 बच्चे नावालिग तथा 10 बालिग बच्चे हैं। सभी को अग्रिम कार्रवाई के लिए BBA संस्था को सुपुर्द किया गया। संस्था की ओर से वाराणसी जिला प्रसाशन से समन्वय स्थापित किया गया है। वाराणसी कमिश्नरेट पुलिस ने मामले का संज्ञान लेते हुए कार्रवाई का भरोसा दिलाया है।

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