चंदौली। गोपाष्टमी पर्व के अवसर पर शनिवार को पं. दीनदयाल नगर स्थित ओमनगर गौशाला में राष्ट्रीय गौ रक्षा वाहिनी ने विशेष आयोजन किया। इस अवसर पर गौपूजन और हवन का आयोजन किया गया, जिसमें पशु चिकित्सा अधिकारी और राष्ट्रीय गौ रक्षा वाहिनी के कई प्रमुख सदस्य सम्मिलित हुए। इसमें गौ की सेवा और संरक्षण का संकल्प लिया गया।
प्रदेश प्रभारी प्रिंस जायसवाल ने बताया कि राष्ट्रीय गौ रक्षा वाहिनी चंदौली जनपद में गौसेवा के प्रति समर्पित है और लगातार भटकती हुई गायों को बचाने के कार्य में जुटी हुई है। भटकती और बेसहारा गायों को वाहिनी के सदस्य अलीनगर स्थित गौशाला में ले जाकर उनकी देखभाल करते हैं और उन्हें सुरक्षित वातावरण में रखते हैं। उन्होंने कहा कि भारतीय संस्कृति में गाय को प्राचीन काल से ही मान-सम्मान दिया जाता रहा है। हिंदू धर्म में गौ माता का स्थान विशेष माना गया है। इसी कारण भारत के साथ ही कई अन्य देशों में हिंदू, बौद्ध, जैन, सिख और पारसी धर्मों के अनुयायी सैकड़ों वर्षों से गोहत्या का विरोध करते आ रहे हैं।
राष्ट्रीय गौ रक्षा वाहिनी का उद्देश्य न केवल गायों की सुरक्षा करना है, बल्कि उनका संरक्षण भी है। अलीनगर गौशाला में गायों को स्वच्छ और स्वस्थ माहौल में रखा जाता है। वहां पशु चिकित्सा अधिकारी और वाहिनी के सदस्यों द्वारा नियमित रूप से उनका उपचार और देखभाल की जाती है। इस आयोजन में उपस्थित वरिष्ठ गौसेवकों ने भी गौसेवा की आवश्यकता और महत्व पर बल दिया और सभी से इस पुण्य कार्य में जुड़ने का आग्रह किया। गोपाष्टमी के इस अवसर पर गौपूजन के माध्यम से गायों के प्रति समाज में सम्मान और सुरक्षा का संदेश दिया गया, ताकि देश में गौहत्या का विरोध और अधिक व्यापक रूप से फैल सके। आयोजन में मंडल अध्यक्ष राकेश तिवारी, वरिष्ठ गौसेवक बड़े भैया डॉ. एके सिंह, राजू तिवारी और राजू पांडेय सहित अन्य सदस्य भी उपस्थित रहे।