
चंदौली। जिला मुख्यालय से तीरगांवा मारूफपुर वाया सकलडीहा-चहनियां तक निर्माणाधीन फोर लेन हाईवे के लिए सड़कों के किनारे खड़े पेड़ों की कटाई के बाद उनकी लकड़ियों की अवैध खरीद-फरोख्त जोरों पर है। वनकर्मियों की मिलीभगत से प्रतिदिन कई पिकअप गाड़ियों से लकड़ियां ईंट भट्ठों और व्यापारियों तक बेची जा रही हैं। सेक्शन अफसर ने शिकायत की जांच कराकर कार्रवाई की बात कही है।
फोर लेन परियोजना के लिए वन विभाग की देखरेख में मेरठ की एक कंपनी पेड़ों की कटाई कर रही है। नियमों के अनुसार, काटे गए पेड़ों की लकड़ी वन निगम के डिपो में जमा की जानी चाहिए, लेकिन सूत्रों के अनुसार, वन निगम के एक कर्मी की मिलीभगत से ऊँचे अधिकारियों के संरक्षण में लकड़ी चोरी-छिपे बेची जा रही है।
इस मामले में वन निगम के सेक्शन ऑफिसर शिवकुमार यादव ने बताया कि इस गड़बड़ी में वन निगम के एक दरोगा की संलिप्तता की शिकायत मिली है, जिसकी रिपोर्ट उच्च अधिकारियों को भेजी जाएगी। वहीं, वन विभाग के रेंजर नित्यानंद पांडेय ने कहा कि इस संबंध में कई शिकायतें पहले भी आई हैं। मामले की जांच कर रिपोर्ट संबंधित विभाग को भेजी जा रही है, ताकि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा सके।