चंदौली। यथार्थ नर्सिंग कालेज की पूर्व वार्डेन की ओर से लगाए गए छेड़खानी के आरोपों को कालेज के डायरेक्टर डा. धनंजय सिंह ने सिरे से खारिज करते हुए मजबूती के साथ अपना पक्ष रखा है। पत्रकार वार्ता के दौरान उन्होंने अपना पक्ष रखते हुए महिला पर गंभीर आरोप लगाए।
उन्होंने बताया कि महिला पिछले 10 वर्षों से उनके संस्थान के साथ जुड़ी थी। शुरू में वार्डेन का काम देखती थी, जबकि बाद में उसे रिसेप्शन और अकांउंट के काम में लगा दिया गया था। एक माह पूर्व फीस जमा करने में गड़बड़ी की बात पता चली तो सीए के जरिये आडिट करवाई, जिसमें पता चला कि लगभग 40 से 45 लाख का घोटाला हुआ है। आरोपी महिला रितु कुमारी से जब पूछताछ की गई तो उसने स्वीकार किया कि अपने निजी कार्य के लिए उसने फीस के पैसों में गड़बड़ी की है। महिला ने पैसे लौटाने की बात कही। पिछले एक महीने से पैसे देने में टालमटोल कर रही थी, जब दबाव बनाया गया तो उसने गबन किए पैसे लौटाने से साफ तौर पर इनकार कर दिया और जबर्दस्ती करने पर छेड़खानी सहित अन्य मामलों में फंसाने की धमकी दी। उसी दिन देर रात गार्ड के साथ मिलीभगत कर अपना सामान लेकर कालेज से चली गई। अगले दिन पांच सितंबर को संस्था के मैनेजर प्रवीण मिश्रा के जरिये डायरेक्टर ने महिला के खिलाफ सदर कोतवाली में तहरीर दिलाई। इस कार्रवाई की जानकारी मिलने के अगले ही दिन महिला कुछ प्रभावशाली लोगों के साथ एडीजी कार्यालय पहुंची और फर्जी आरोप लगाते हुए डायरेक्टर पर मुकदमा दर्ज करवाया। डायरेक्टर डा. धनंजय सिंह ने मामले की निष्पक्ष जांच और गबन किया गया धन वापस दिलाने की मांग की है।