चंदौली। समायोजन की मांग को लेकर कोविड-19 कर्मचारियों ने सोमवार को मुख्य चिकित्साधिकारी कार्यालय परिसर में धरना दिया। इस दौरान मांगों के समर्थन में जमकर नारेबाजी की। शासन-प्रशासन से मांग किया कि जल्द से जल्द उनका समायोजन किया जाए, ताकि घर-परिवार चल सके। चेताया कि यदि मांगों पर विचार नहीं किया गया तो लखनऊ एनएचएम कार्यालय का घेराव करेंगे। उग्र आंदोलन किया जाएगा, जिसकी सारी जिम्मेदारी शासन-प्रशासन की होगी।
कोविड कर्मचारियों ने कहा कि जब कोरोना की आपदा आई और स्वास्थ्य सेवाएं चरमरा गई थीं। उस समय अपनी जान की परवाह किए बगैर पूरी निष्ठा और ईमानदारी के साथ दायित्वों का निर्वहन किया। कोविड मरीजों के उपचार और देखभाल में अहम योगदान दिया। स्थिति सामान्य होने के बाद एनएचएम निदेशालय की ओर से कोविड कर्मियों के लिए बजट न होने की बात कहते हुए पल्ला झाड़ लिया गया। जिले में 135 कोविड कर्मचारी हैं। बताया कि 31 जुलाई के बाद से उनकी हाजिरी नहीं लग रही है। जिला प्रशासन और विभाग ने भी मुंह मोड़ लिया है। ऐसे में उनके सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है। कोविड कर्मियों ने समायोजन की मांग की। कहा कि उन्हें प्रदेश के विभिन्न जनपदों में बन रहे मेडिकल कालेजों, ट्रामा सेंटर, सामुदायिक और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, उपकेंद्रों, एचडब्ल्यूसी, एएनएम, एमसीटीएस, बीपीएचयू और अन्य राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन कार्यक्रम के अंतर्गत समायोजित किया जाए।
चेताया कि यदि हमारी मांगों पर विचार नहीं किया गया तो लखनऊ में एनएचएम आफिस का घेराव करेंगे। धरना में अश्वनी तिवारी, कौशलपति तिवारी समेत अन्य कर्मी शामिल रहे।