fbpx
चंदौलीप्रशासन एवं पुलिसराज्य/जिला

चंदौली: मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह में नाबालिग से शादी मामले में ज्वाइंट मजिस्ट्रेट ने बैठाई जांच, कइयों की गरदन फंसेगी

चंदौली। अफसर शासन की किरकिरी कराने पर तुले हैं। शहाबगंज ब्लाक में पिछले दिनों आयोजित मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत आयोजित समारोह में शादीशुदा पुरुष के साथ नाबालिग की शादी का मामला सुर्खियों में है। ज्वाइंट मजिस्ट्रेट/एसडीएम चकिया पीपी मीणा ने इस मामले में जांच बैठा दी है। बीडीओ और एडीओ पंचायत को निर्देश दिया है कि विवाहिता की सही उम्र की जांच कर दो दिन के भीतर आख्या उपलब्ध कराएं।

विद्यालय की ओर से जारी उम्र प्रमाण पत्र

कई जिम्मेदारों की फंसेगी गरदन
मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह में शादी करने वाले मूंसाखाड़ निवासी लक्ष्मण की पहली पत्नी ने प्रार्थना पत्र देते हुए आरोप लगाया कि उसके पति ने नाबालिग से दूसरी शादी की है। साक्ष्य के तौर पर पूर्व माध्यमिक विद्यालय सुल्तानपुर के प्रधानाध्यापक की ओर से जारी उम्र प्रमाण पत्र प्रस्तुत किया जिसमें विवाहित की जन्मतिथि आठ अप्रैल 2009 दिखाई गई है। जबकि ब्लाक की ओर से कुटुंब रजिस्टर की नकल प्रस्तुत की गई जिसमें जन्मतिथि 26 दिसंबर 2002 अंकित है। लेकिन मजेदार यह कि कुटुंब रजिस्टर की नकल में जन्मतिथि के साथ ओवर राइटिंग कर वर्ष और दिनांक के साथ छेड़छाड़ की गई है। बहरहाल इस मामले में ज्वाइंट मजिस्ट्रेट के कड़े रुख के बाद ब्लाक के कर्मचारियों में खलबली मची है।

कुटुंब रजिस्टर में विवाहिता की उम्र

दोषियों के खिलाफ दर्ज कराई जाएगी एफआईआर
ज्वाइंट मजिस्ट्रेट पीपी मीणा ने बीडीओ शहाबगंज और एडीओ पंचायत को जांच का निर्देश देने के साथ ही यह भी साफ किया है कि यदि विवाहिता नाबालिग निकली तो जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई जाएगी। इस मामले में दूसरी शादी करने वाले लक्ष्मण सहित अभिलेख तैयार करने वाले कर्मचारियों की गरदन फंसती नजर आ रही है।

Back to top button
error: Content is protected !!