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चंदौलीपंचायत चुनावराज्य/जिला

चंदौलीः प्रत्याशियों को प्रतीक चिन्हों का हुआ आवंटन, प्रधान पद के कई प्रत्याशियों ने उठाया पर्चा

चंदौली। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में रविवार को गहमा-गहमी के बीच प्रत्याशियों को प्रतीक चिन्हों का आवंटन किया गया। इसके अतिरिक्त प्रत्याशियों को नाम वापसी का भी मौका दिया गया। सदर ब्लाक के कुल 88 ग्राम पंचायतों में प्रधान पद के लिए कुल 725 प्रत्याशियों ने नामांकन किया था। लेकिन रविवार को 163 प्रधान पद के प्रत्याशियों ने पर्चा उठा लिया। इससे अब कुल 562 प्रत्याशी चुनाव मैदान में उतरकर ताल ठोंक दिए हैं। इसी तरह बीडीसी पद के 46 प्रत्याशियों ने अपना नाम वापस ले लिया है।

प्रतीक चिह्न आवंटन प्रक्रिया में हुआ विलंब
जिला पंचायत सदस्य पद के नामांकन व नामांकन पत्रों की जांच के बाद रविवार को नाम वापसी और प्रतीक चिन्ह आवंटन की प्रक्रिया पूरी हुई। नाम वापसी के बाद चुनाव चिन्ह आवंटन प्राप्त करने के लिए प्रत्याशियों को जद्दोजहद करनी पड़ी। वही प्रत्याशियों समर्थकों को चुनाव चिन्ह लेने के लिए घंटों इंतजार करना पड़ा।आंवटन की प्रक्रिया के देर होने पर प्रत्याशियों ने असंतोष जताया कहा समय से चुनाव चिन्ह आवंटन होना चाहिए था। कहा कि समय से चुनाव चिन्ह आवंटन होने के कारण दूरदराज से आए लोगों को परेशानी होगी। पांच बजे तक चुनाव चिन्ह का आवंटन नहीं होने के कारण प्रत्याशी व समर्थक परेशान रहे।
पंचायत चुनाव में नामांकन करने वाले प्रत्याशियों की नाम वापसी के बाद रविवार की शाम प्रतीक चिह्नों का आवंटन किया गया। प्रत्याशियों को गले का हार, घंटी, अंगूठी, अनार, आरी, उगता हुआ सूरज समेत अन्य चुनाव चिह्न आवंटित किए गए। इसके साथ ही प्रचार-प्रसार में तेजी आ गई। प्रतीक चिह्न प्राप्त करने के लिए कलेक्ट्रेट और ब्लाक मुख्यालयों में प्रत्याशियों की भीड़ उमड़ी। शाम पांच बजे के बाद प्रतीक चिह्नों का आवंटन शुरू हुआ।

जिला पंचायत सदस्य प्रत्याशियों को मिले ये प्रतीक चिह्न

जिला पंचायत सदस्य प्रत्याशियों को आरी, उगता सूरज, कप और प्लेट, कलम और दवात, कुल्हाड़ी, केतली, कैंची, क्रेन, खजूर का पेड़, गमला, गिटार, घुड़सवार, चश्मा, छड़ी, छाता, झोपड़ी, टाइप राइटर, टेलीफोन, टेलीविजन, ट्रैक्टर, ढोलक, तरकश, तराजू, ताला, चाभी, थरमस, नाव, पिस्टल, फसल काटता किसान, फावड़ा, मछली, रेडियो, रोड रोलर, लाउडस्पीकर, वृक्ष, शेर, सितारा, कलश आदि प्रतीक चिह्न आवंटित किए गए।

ग्राम प्रधान के प्रत्याशियों को अनाज ओसाता किसान, इमली, कन्नी, कार, किताब, कैमरा, कैरम बोर्ड, कोट, खड़ाऊं, गदा, गले का हार, घंटी, चारपाई, चूड़ी, छत का पंखा, टेबल फैन, टोकरी और डेस्क चुनाव चिह्न दिया गया। क्षेत्र पंचायत सदस्य पद प्रत्याशियों को अनार, अलाव और आदमी, अंगूठी, चकिया, ईंट, कड़ाही, कांच का गिलास, कुआं आदि प्रतीक चिह्न दिए गए।
ग्राम पंचायत सदस्य के लिए आम, ओखली, अंगूर, केला, गुलाब का फूल, घड़ा, डमरू, तम्बू, नल, पेंसिल, फरसा, बंदूक, बैडमिंटन, ब्रश, ब्लैक बोर्ड, रिक्शा, शंख, सुराही चुनाव चिह्न दिया गया। निर्वाचन आयोग ने इस बार पंचायत चुनाव में प्रतीक चिह्नों में कोई बदलाव नहीं किया गया है। पहले के चुनावों में आवंटित होने वाले प्रतीक चिह्न ही इस बार भी प्रत्याशियों को दिए गए हैं। गवईं परिवेश में प्रचलित और दैनिक उपयोग में इस्तेमाल होने वाली वस्तुओं को ही प्रतीक चिह्न बनाया गया। ताकि गांवों के कम पढ़े-लिखे मतदाता भी इसे आसानी से पहचान सकें। प्रत्याशियों को भी मतदाताओं को अपना चुनाव चिह्न बताने में सहूलियत होगी। प्रतीक चिह्न आवंटन के बाद प्रचार-प्रसार में तेजी आ गई है। प्रत्याशी घर-घर जाकर लोगों को अपना चुनाव चिह्न बताकर इस पर मुहर लगाने की गुहार लगा रहे। वहीं इंटरनेट मीडिया के जरिए भी प्रचार-प्रसार कर रहे हैं।

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