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क्राइमचंदौलीराज्य/जिला

धानापुर गोलीकांड का पुलिस ने किया राजफाश, बड़े भाई ने ही दी थी छोटे भाई की हत्या की सुपारी, बाहर से आया था शूटर, आरोपी CISF का जवान

जय तिवारी

चंदौली। बीते दिनों धानापुर क्षेत्र के बिझवल गांव के समीप बाइक सवार बदमाशों ने 35 वर्षीय युवक धर्मेंद्र यादव को गोली मार दी। युवक की जान तो बच गई लेकिन पुलिस ने इस गोलीकांड में चौंकाने वाला खुलासा किया है। युवक के सगे बड़े भाई ने ही संपत्ति बंटवारे के विवाद में छोटे भाई की हत्या की सुपारी दी थी। आरोपी विरेंद्र यादव सीआईएसएफ दिल्ली में हवलदार के पद पर तैनात है। उसने बाहर से किसी शूटर को भाई को मारने के लिए भेजा था। जबकि गांव का ही योगेश यादव शूटर को अपने साथ बाइक पर ले गया और धर्मेंद्र की पहचान करवाई। धानापुर पुलिस ने योगेश को गिरफ्तार कर इस घटना से राजफाश किया।

सगे भाई ने ही दी थी भाई की हत्या की सुपारी
धानापुर थाना प्रभारी विनय प्रकाश सिंह के अनुसार विगत दिनों सोनहुली गांव निवासी रमाशंकर यादव के 35 वर्षीय पुत्र धर्मेंद्र यादव को उस समय गोली मार दी गई जब वह बैंक से पैसे निकालकर वापस घर लौट रहा था। घायल को ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के बाद उसकी जान बच गई। पिता की तहरीर पर पुलिस ने गांव के ही एक युवक के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज किया। गुरुवार की सुबह गोलीकांड के एक आरोपी सोनहुली के ही रहने वाले योगेश यादव को रमरजाय चट्टी से गिरफ्तार कर किया। आरोपी ने पूछताछ में बताया कि धर्मेंद्र का बड़े भाई जो दिल्ली सीआईएसएफ में तैनात है ने ही हत्या की सुपारी दी थी। उसी के कहने पर बाहर से आए शूटर को अपने साथ बाइक पर बैठा कर ले गया और धर्मेंद्र की पहचान करवाई।

घर के बंटवारे को लेकर भाई-भाई बने जानी दुश्मन
सोनहुली के रमाशंकर यादव के तीन पुत्रों में संपत्ति बंटवारे को लेकर काफी दिनों से विवाद चल रहा है। पुलिस के अनुसार सीआईएसएफ का जवान बड़ा भाई विरेंद्र यादव पिता और भाईयों से अलग रहता है। आरोप है कि दोनों भाई उसे पैत्रिक मकान में हिस्सा नहीं दे रहे थे। कहते थे कि तुम सरकारी नौकरी कर रहे हो खुद अपना मकान बनवा सकते हो। जबकि बड़ा भाई घर में एक हिस्सा लेने पर अड़ा था। विगत वर्ष जब छुट्टी पर आया था तब भी धर्मेंद्र से उसका विवाद हुआ। उस दौरान भी उसने राइफल लेकर घर्मेंद्र को मारने के लिए दौड़ा लिया था। तब पुलिस दोनों भाईयों को पकड़कर थाने लाई थी और 107/16 में पाबंद भी कर दिया था। इसके बाद बड़े भाई विरेंद्र ने छोटे भाई धर्मेंद्र को हमेशा के लिए रास्ते से हटाने का प्लान बनाया। बाहर के शूटर को हत्या की सुपारी दी। गांव के ही अपने एक मित्र योगेश को इस प्लान में शामिल किया। योगेश का काम धर्मेंद्र की पहचान करवाना था। घटना वाले दिन योगेश बाइक चला रहा था जबकि शूटर पीछे बैठा था। जैसे ही धर्मेंद्र पास आया योगेश ने शूटर को इशारा किया और उसने गोली चला दी। थानाध्यक्ष विनय प्रकाश सिंह ने बताया कि शूटर अभी पकड़ से बाहर है। बड़े भाई के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जाएगी।

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