fbpx
ख़बरेंचंदौलीराज्य/जिला

पैसा लेकर बेच रहे मिनी महानगर का फुटपाथ, पुलिस और नगर पालिका मौन

चंदौली। बात पीडीडीयू नगर के फुटपाथ पर अवैध अब्जे की करें तो पुलिस और नगर पालिका दोनों जवाबदेही से दूर भागते नजर आ रहे हैं। इसका खामियाजा आम जनता को भुगतना पड़ रहा है। वाहन सड़क पर खड़ा होने से जाम लग रहा है तो पुलिस समस्या की मूल में जाने की बजाए धड़ाधड़ चालान कर अपना उल्लू सीधा कर रही है। जबकि नगर पालिका की स्थिति तो रोम जल रहा था और नीरो बंशी बजा रहा था वाली हो गई है। इस समस्या से महकमे का कोई लेना-देना रह ही नहीं गया है। उसे तो बस गृहकर वसूलने से ही मतलब है। हालांकि इस समस्या के जिम्मेदार कुछ व्यापारी और दुकानदार ही हैं या तो खुद अपनी दुकान फुटपाथ तक फैला देते हैं या पैसा लेकर ठेला खोमचा वालों को अनुमति दे देते हैं कि वह अपनी दुकान लगा लें।

दरअसल मुगलसराय में अधिकांश व्यापारी फुटपाथ तक अपनी दुकान सजाते हैं। सबसे खराब स्थिति वीआईपी गेट से लेकर जामा मस्जिद तक है। यहां तकरीबन सभी व्यापारी अपने सामान सड़क तक फैलाए रहते हैं। ऐसे में लोगों को सड़क पर वाहन खड़ा करना पड़ता है। इससे एक तरफ नगर में जाम लगता है तो दूसरी तरफ पुलिस को चालान करने में भी आसानी होती है। लेकिन फुटपाथ पर अवैध कब्जा करने वालों को रोकने-टोकने ही पहल न तो पुलिस कर रही है ना ही नगर पालिका या जिला प्रशासन। जब कभी समस्या नासूर बन जाती है तो एकाध दिन अभियान चलाकर दायित्वों की इतिश्री कर ली जाती है।

व्यापारी सहयोग करें तो समस्या का होगा समाधान


सीओ केपी सिंह और नगर पालिका चेयरमैन संतोष खरवार का कहना है कि यदि व्यापारी इस समस्या की लिखित शिकायत करें और सहयोग करें तो फुटपाथ खाली करा दिए जाएंगे। लेकिन कुछ ही व्यापारी इसके पक्ष में होंगे। अधिकांश तो खुद पैसा लेकर अपने आगे दुकान लगाने की इजाजत दे देते हैं या खुद की दुकान का सामान फुटपाथ पर लगाते हैं।

Leave a Reply

Back to top button