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चंदौलीप्रशासन एवं पुलिसराज्य/जिला

Crime News: छह वर्षों में 181 अपराधियों को यमलोक पहुंचा चुकी सीएम योगी की उत्तर प्रदेश पुलिस, सूची में चंदौली का चर्चित एनकाउंटर भी शामिल

जय तिवारी की विशेष रिपोर्ट…

चंदौली। ये योगी सरकार की पुलिस है। अपराधियों के इशारों पर नाचना नहीं बल्कि उनके सीने में गोली उतारना जानती है। पुलिस की बंदूके तब से बारूद उगल रही हैं जब से योगी आदित्यनाथ सीएम की कुर्सी पर बैठे हैं। पिछले तकरीबन साढ़े छह वर्षों में कानून व्यवस्था के लिए चुनौती बने 181 अपराधियों को यमलोक पहुंचाया जा चुका है। शासन की ओर से जारी सूची में चंदौली का चर्चित विरेंद्र वेनवंशी एनकाउंटर भी शामिल है।

 

अपराधियों के लिए काल बनी यूपी पुलिस
उमेश पाल हत्याकांड में शामिल बाहुबली माफिया अतीक अहमद के गुर्गों को मारकर यूपी पुलिस एक बार फिर से चर्चा में है। वैसे अपराधियों को मिट्टी में मिलाने का यह सिलसिला 2017 से शुरू हुआ था। उस वर्ष 28 अपराधी पुलिस मुठभेड़ में मारे गए। वर्ष 2018 में तो पुलिस अपराधियों के लिए काल ही बन गई। कुल 41 कुख्यात बदमाशों को पुलिस ने यमलोक पहुंचा दिया। यह सिलसिला 2019 में भी जारी रहा इस वर्ष 34 अपराधी पुलिस की गोली का शिकार बने। इसके बाद से अपराधियों में पुलिस को खौफ पैदा हो गया। 2020 और 2021 में भी पुलिस ने 26-26 बदमाशों को ढेर किया। अपराध का ग्राफ गिरा तो पुलिस एनकाउंटर में भी कमी देखने को मिली। 2022 में 14 एनकाउंटर हुए। जबकि 2023 में पुलिस कार्रवाई में मारे गए अपराधियों की संख्या 12 दर्ज की गई है।

चंदौली में मारा गया था कुख्यात विरेंद्र वेनवंशी
वर्ष 2018 में चंदौली पुलिस ने भी 25 हजार के इनामी बदमाश विरेंद्र वेनवंशी को मार गिराया था। वीरेंद्र के खिलाफ फूलपुर थाने में लूट सहित अन्य आरोपों में सात मुकदमे दर्ज हैं। वर्ष 2017 में पेशी पर ले जाए जाने के दौरान सुल्तानपुर में वह ट्रेन से कूद कर फरार हो गया था और इसके बाद देवबंद में हत्या किया था। पुलिस के अनुसार जरायम जगत में वीरेंद्र का कोई सरपरस्त नहीं था। कम उम्र के युवकों को वीरेंद्र अपनी गैंग में शामिल करता था और आभूषण सहित अन्य कारोबार से जुड़े व्यापारियों को निशाना बनाता था। पुलिस और क्राइम ब्रांच की टीम ने अलीनगर क्षेत्र में विरेंद्र को मार गिराया। उस दौरान तत्कालीन मुगलसराय इंस्पेक्टर रहे शिवानंद मिश्रा ने भी इस एनकाउंटर में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की थी। विरेंद्र वेनवंशी के नाम की जानकारी होने के बाद जब पुलिस ने रिकार्ड खंगालना शुरू किया तो अलीनगर से अक्तूबर माह में मोटरसाइकिल लूट की घटना को अंजाम दिया गया था। पुलिस ने विरेन्द्र पर 25 हजार  का इनाम घोषित किया था।

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