चंदौली। पीडीडीयू नगर की सिद्धार्थ पुरम कॉलोनी में सड़क की दशा बेहद खराब हो चुकी है, लेकिन प्रशासन की उदासीनता ने निवासियों को खुद ही सड़क निर्माण के लिए कदम उठाने पर मजबूर कर दिया है। कॉलोनी के निवासियों ने नगर पंचायत में कई बार शिकायतें दर्ज कराई हैं, लेकिन आज तक न कोई अधिकारी जांच के लिए आया, न ही कोई विकास कार्य शुरू हुआ।
यह कॉलोनी विशेष रूप से चर्चित है, जहां रेलवे ड्राइवर, रेलवे अधिकारी, शिक्षक, और अन्य पेशेवर रहते हैं। बावजूद इसके, न सड़कें ठीक हैं और न ही बिजली के खंभों की व्यवस्था। विशेष रूप से बारिश के मौसम में स्थिति और भी खराब हो जाती है। बच्चे, महिलाएं, बुजुर्ग—सभी को आने-जाने में भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। कॉलोनीवासियों को न स्थानीय विधायक से सहयोग मिला, न सरकार से। इसलिए उन्होंने खुद ही घर-घर से पैसे एकत्रित कर सड़क बनाने का कार्य शुरू कर दिया है। यह स्थिति सवाल उठाती है कि जब जनता अपने संसाधनों से बुनियादी सुविधाएं जुटाने को मजबूर हो जाए, तो प्रशासन और जनप्रतिनिधियों से क्या उम्मीद की जा सकती है। यह एक गंभीर मुद्दा है, जिसे नज़रअंदाज़ नहीं किया जाना चाहिए। तत्काल सरकारी हस्तक्षेप की जरूरत है।