
चंदौली। Daddy’s International School, बिशुनपुरा में आयोजित तीन दिवसीय समर कैंप (16 से 18 मई ) एक साधारण स्कूल इवेंट नहीं, बल्कि भारत की संस्कृति, विविधता और एकता का जीवंत उदाहरण बन गया। जब देश के विभिन्न कोनों — अरुणाचल प्रदेश, दिल्ली, मुंबई, कर्नाटका, गुजरात, हिमाचल प्रदेश और आंध्र प्रदेश — से आए छात्र एक मंच पर चंदौली के बच्चों के साथ जुटे, तो पूरा स्कूल “मिनी इंडिया” में तब्दील हो गया।
तीन दिनों के इस कैंप में बच्चों ने रेन डांस से लेकर ऊँट व घोड़े की सवारी का आनंद लिया। फायरलेस कुकिंग और क्राफ्टिंग जैसी रचनात्मक गतिविधियों ने उनकी कल्पनाशक्ति को पंख दिए। योगाभ्यास से उन्हें तन और मन की एकाग्रता का अनुभव मिला, जबकि Taare Zameen Par, 12th Fail और Animated Hanuman जैसी फिल्मों ने प्रेरणा और संवेदनशीलता की भावना को मजबूत किया।
इस समर कैंप में केवल खेल और मस्ती ही नहीं थी, बल्कि बच्चों ने दोस्ती, सहयोग, अनुशासन और सांस्कृतिक विविधता को महसूस किया। अलग-अलग राज्यों से आए छात्रों ने एक-दूसरे की भाषाओं, पहनावे और व्यवहार को नजदीक से जाना, जिससे उनमें समावेशिता और समझ बढ़ी।
हिमाचल की प्रियांशी ने कहा, “यहाँ की गर्मी में रेन डांस करना मेरे लिए नया अनुभव था, बहुत मजा आया।” आंध्र प्रदेश की कोहिता बोली, “मैंने इससे पहले ऐसा समर कैंप नहीं देखा — हर दिन कुछ नया था।” वहीं स्थानीय छात्रा सुदिक्षा ने गर्व के साथ कहा, “Daddy’s School में पढ़ाई का अनुभव मेरे आत्मविश्वास को नई दिशा दे रहा है।”
शिरीष उमंग, विनायक सिंह, सुमन गुप्ता और दीपक कुमार के नेतृत्व में पूरी टीम ने बच्चों की हर गतिविधि को सुचारू रूप से संचालित किया।
Principal Dr. अजय कुमार श्रीवास्तव ने कहा, “यह कैंप बच्चों के सर्वांगीण विकास का माध्यम है, जहाँ मस्ती और अनुशासन साथ-साथ चलते हैं।” संस्थापक Dr. विनय प्रकाश तिवारी ने कहा, “यह समर कैंप बच्चों के जीवन में संस्कार, सहयोग और विविधता की गहरी छाप छोड़ता है। साथी उनके चहुमुखी विकास में सहायक साबित होता है।