
चंदौली। पूर्व विधायक व सपा नेता मनोज सिंह डब्लू गुरुवार को नौबतपुर में बन रहे राजकीय मेडिकल कालेज पहुंचे। उन्होंने राजकीय मेडिकल कालेज के स्वशासी होने की बात कहकर लोगों को चौका दिया। बताया कि निर्माण स्थल पर राजकीय मेडिकल कालेज का बोर्ड लगाकर जिला प्रशासन जनता को भ्रमित कर रहा है, क्योंकि कागजों पर कालेज से सम्बन्धित सभी कार्यवाहियों में इसके नाम में स्वशासी जोड़ा गया है, यानि इसे पीपीपी माडल पर चलाने की सरकारी व प्रशासनिक योजना है। उन्होंने मेडिकल कालेज की नोडल प्रधानाचार्य पर धोखाधड़ी का आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज करने के लिए तहरीर दी।
पूर्व विधायक मनोज सिंह डब्लू ने सैयदराजा थाने में बाबा कीनाराम स्वशासी मेडिकल कालेज की नोडल प्रधानाचार्य के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज करने के लिए पुलिस को तहरीर दी है। उन्होंने चंदौली के सम्मान की लड़ाई में सहयोग के लिए संघर्षशील अधिवक्ता साथियों व आमजन का भी सहयोग मांगा। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने चंदौली मेडिकल कालेज का स्थान बदलकर माधोपुर से नौबतपुर करने के साथ ही उसका नाम बाबा कीनाराम स्वशासी मेडिकल कालेज कर दिया। मतलब इसके संचालन से शासन का कोई लेना-देना नहीं रहेगा। ऐसे में चंदौली के छात्रों का दाखिला होगा तो उन्हें 10 से 20 हजार की जगह 20 लाख तक फीस देनी होगी। वहीं पीपीपी माडल पर संचालन के साथ ही यह फीस करोड़ों तक पहुंच जाएगी, यानी मेडिकल कालेज में चंदौली के गरीबों के पढ़ने का सपना अधूरा रह जाएगा। कहा कि चंदौली के विकास पुरुष पंडित कमलापति त्रिपाठी के नाम से जिला अस्पताल का संचालन होता था, जिसे बाबा कीनाराम स्वशासी मेडिकल कालेज में समाहित कर दिया गया है, यानी अब उनका नाम भी मिटा दिया गया है। यहां भी ईलाज के नाम पर जनता की जेब काटने की योजना अंदरखाने में चल रही है। वह समय दूर नहीं जब दो रुपये की पर्ची की जगह 50 से 250 रुपये वसूले जाएंगे। कहा कि सैयदराजा विधायक और सांसद को जनहित से जुड़े इस मुद्दे से कोई लेना-देना नहीं है। यह अपना झोला उठाएंगे और जिले के बाहर चले जाएंगे। पूर्व विधायक ने इसके लिए जिम्मेदार मेडिकल कालेज की नोडल प्रधानाचार्य के साथ अन्य के खिलाफ एफआईआर के लिए सैयदराजा थाने में तहरीर दी।