चंदौली। राष्ट्रीय फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम के तहत गुरुवार को जनपद के मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय सभागार में 10 अगस्त से शुरू हो रहे सर्वजन दवा सेवन ट्रिपल ड्रग थेरेपी (आईडीए) अभियान को लेकर कार्यशाला आयोजित हुई। कार्यशाला में डब्ल्यूएचओ, सीफार और पीसीआई संस्था का सहयोग रहा। इसके साथ ही जिलाधिकारी ने वर्चुअल माध्यम से स्वास्थ्य समेत अन्य सहयोग विभागों से अभियान की तैयारियों का जायजा लिया। अभियान के तहत जिले में 15.67 लाख लोगों को फाइलेरिया की दवा खिलाने का लक्ष्य रखा गया है।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ युगल किशोर राय ने कहा कि अभियान 10 अगस्त से 2 सितंबर तक जनपद के सात ब्लाकों क्रमशः चकिया, चंदौली, चहनिया, नियामताबाद, डीडीयू नगर, शाहबगंज, सकलडीहा एवं नगर के सभी 25 वार्डों में संचालित किया जाएगा। यह अभियान तीन ब्लॉक नौगढ़, धानापुर और बरहनी में नहीं चलेगा, क्योंकि यहाँ फाइलेरिया उन्मूलन के तहत प्री ट्रांसमिशन असेस्मेंट सर्वे (टास) और ट्रांसमिशन असेस्मेंट सर्वे की गतिविधियाँ चल रही हैं। इन तीन ब्लाकों क्रमशः नौगढ़, धानापुर और बरहनी में राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस (10 अगस्त) के अंतर्गत एक वर्ष से 19 वर्ष तक बच्चों को पेट के कीड़ों (कृमि) से छुटकारा दिलाने के लिए एल्बेण्डाज़ोल की गोली खिलाई जाएगी। आईडीए अभियान में जनपद के तहत जिले की करीब 15.67 लाख आबादी को फाइलेरिया से बचाव की दवा स्वास्थ्य टीम के सामने खिलाई जाएगी। दवा खिलाने के लिए कुल 1299 टीमें (दो सदस्यीय) गठित की गई हैं। टीमों के पर्यवेक्षण के लिए 216 सुपरवाइज़र तैनात किए गए हैं। ड्रग एडमिनिस्ट्रेटर व स्वास्थ्य कार्यकर्ता अपने समक्ष दवा खिलाएँगे। सभी दवाएं पूर्ण रूप से सुरक्षित हैं। यह दवाएं उम्र और ऊंचाई के अनुसार खिलाई जाएंगी। दवाएं खाली पेट नहीं खानी है। एक वर्ष से कम उम्र के बच्चों, गर्भवती महिला और अति गंभीर रूप से बीमार व्यक्तियों को दवा नहीं खानी है। सीएमओ ने बताया कि फाइलेरिया (फीलपाँव या हाथीपांव) वाहक मच्छर क्यूलेक्स के काटने के बाद इसके लक्षण 5 से 15 साल के बाद दिखाई देते हैं। इसलिए एक साल से ऊपर के सभी लोगों को साल में एक बाद दवा जरूर खानी चाहिए। सभी की सहभागिता एवं समाज के प्रति समर्पण के साथ ही कार्यक्रम को सफल बनाया जा सकता है। इस मौके पर एसीएमओव नोडल अधिकारी डॉ हीरालाल, जिला मलेरिया अधिकारी पीके शुक्ला, डीसीपीएम सुधीर राय, सहायक मलेरिया अधिकारी राजीव सिंह, डब्ल्यूएचओ से डॉ मंजीत सिंह चौधरी, पीसीआई से गुलशन आरा, सीफार से मंडलीय प्रतिनिधि, मलेरिया इकाई से एमआई रामज्ञान, दीप्ति शर्मा, सौम्या पाण्डेय, चन्द्रगुप्त एवं अन्य अधिकारी व स्वास्थ्यकर्मी मौजूद रहे।