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चंदौली। चंदौली बीजेपी में सांसद व केंद्रीय मंत्री डा. महेंद्र नाथ पांडेय के बाद दूसरे नंबर का ब्राह्मण नेता कौन है…। अब दूसरा सवाल…। मुगलसराय विधायक रमेश जायसवाल के बाद वैश्य वर्ग के किसी नेता का नाम याद आता है। दोनों ही प्रश्नों का उत्तर किसी के पास नहीं है। जबकि ब्राह्मण, राजपूत और वैश्य वर्ग बीजेपी के बेस वोटर माने जाते रहे हैं। लेकिन सबका साथ सबका विकास का नारा देने वाली पार्टी जिले में अपने ही सिद्धांतों से भटकती नजर आ रही है। वर्षों से पार्टी का डंडा और झंडा ढोने वाले नेताओं में धीरे-धीरे कुंठा घर करने लगी है।
ब्राह्मण, वैश्य नेताओं की सहभागिता नहीं के बराबर
वैसे राजनीति में कहावत है कि बड़े नेता आपनी साख बरकरार रखने को अपने वर्ग के नेताओं को पनपने नहीं देते। चंदौली बीजेपी में भी कुछ ऐसा ही होता नजर आ रहा है। संगठन से लेकर प्रतिनिधित्व तक में ब्राह्मण और वैश्य वर्ग के नेता तकरीबन दरकिनार किए गए हैं। यह बात दीगर है कि बड़े नेताओं की गणेश परिक्रमा करने वाले एकाध नेता वर्षों से मलाई काट रहे हैं, जिसके पास जनाधार के नाम पर कुछ भी नहीं है। सबको साथ लेकर चलने की पार्टी की मुहिम पर बट्टा लगता नजर आ रहा है। यह बेकदरी आगे चलकर पार्टी को नुकसान पहुंचा सकती है।