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Chandauli News : बीजेपी को पुराने जिलाध्यक्ष पर नहीं रहा भरोसा, जिलाध्यक्ष का बदला जाना कहीं बड़े बदलाव का संकेत तो नहीं

चंदौली। बीजेपी ने लोकसभा चुनाव से पहले जिलाध्यक्षों की ताजपोशी की है। वाराणसी जिला व महानगर समेत कई जिलों में पुराने अध्यक्षों पर ही प्रदेश नेतृत्व ने भरोसा जताया है, लेकिन केंद्रीय मंत्री डा. महेंद्रनाथ पांडेय के संसदीय क्षेत्र चंदौली में जिलाध्यक्ष को बदल दिया गया। अभिमन्यु सिंह को हटाकर उनके स्थान पर संघ और चकिया विधायक के करीबी माने जाने वाले काशीनाथ सिंह को कमान सौंपी गई है। जिलाध्यक्ष के बदले जाने के बाद कयासों का दौर तेज हो गया है। राजनीतिक पंडित इसे बड़े बदलाव का संकेत मान रहे हैं।

 

अभिमन्यु सिंह केंद्रीय मंत्री व सांसद के करीबी माने जाते हैं। केंद्रीय मंत्री के भरोसे पर ही प्रदेश नेतृत्व ने उन्हें जिले की कमान सौंपी थी, लेकिन निकाय चुनाव में पार्टी का प्रदर्शन अपेक्षा के अनुरूप नहीं रहा। जिले की एकमात्र नगर पालिका दीनदयाल नगर में भी पार्टी के चेयरमैन पद के उम्मीदवार को हार का मुंह देखना पड़ा। वहीं चंदौली नगर निकाय में भी पार्टी प्रत्याशी की हार हुई। जबकि रावर्ट्सगंज लोकसभा क्षेत्र में पड़ने वाले चकिया नगर पंचायत व सैयदराजा में बीजेपी जीत गई। निकाय चुनाव में केंद्रीय मंत्री की साख भी दाव पर लगी थी। उन्होंने खुद जनसंपर्क किया। इसके बावजूद पीडीडीयू नगर और चंदौली में जीत नहीं दिला सके। संगठन के आपसी मतभेद भी सामने आ गए। पीडीडीयू नगर में कार्यक्रम में मंच पर केंद्रीय मंत्री के सामने ही विधायक व जिलाध्यक्ष आपस में भिड़ गए थे। ऐसे में जिलाध्यक्ष बदले जाने के कयास पहले ही लगाए जा रहे थे। घोसी उपचुनाव में हार के बाद से ही पार्टी समीक्षा कर रही है। ऐसे में लोकसभा चुनाव के पहले संगठन के ढीले कील-कांटे कसने की कवायद शुरू हो गई है। प्रदेश नेतृत्व ने चंदौली में जिलाध्यक्ष को बदलकर बड़े बदलाव के संकेत दिए हैं।

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