
चंदौली। मुगलसराय में संचालित रतनदीप गोल्ड एंड डायमंड और आधुनिक स्वर्ण कला केंद्र का पौने दो किलो सोना पुराने आभूषणों की मरम्मत और सफाई करने वाले रिफाइनरी संचालक ने गायब कर दिया। वैसे मामला 10 दिन पुराना है लेकिन किसी को इसकी भनक तक नहीं लग सकी। बहरहाल पुलिस ने बुधवार को तीन आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया और सोने की बिक्री के तीस हजार रुपये भी बरामद किए। जबकि आभूषणों की बरामदगी के लिए पुलिस प्रयास कर रही है।
पुलिस के अनुसार रतनदीप गोल्ड एंड डायमंड के संचालक मंजीत सिंह ने विगत 27 सितंबर को कोतवाली में तहरीर देते हुए बताया था कि पुराने आभूषणों की खरीद के बाद उसकी मरम्मत, सफाई और रिफाइनरी का काम परमार कटरा मुगलसराय में स्थित मेसर्स पाटिल रिफाइनरी को दिया जाता है। इसके संचालक संतोष पाटिल सांगली महाराष्ट्र के रहने वाले हैं। बताया कि उन्हीं के कहने पर एक किलो 494 ग्राम सोने के पुराने जेवर रिफाइनरी के लिए सागर पाटिल को सांगली महाराष्ट्र का करने वाला है को दिए थे। बाद में सोना वापस लेने के लिए सागर पाटिल को फोन लगाया गया तो स्विच आफ बताने लगा। परमार कटरा जाकर पता लगाया गया तो पता चला कि आधुनिक स्वर्ण कला केंद्र के मालिक मुरली सेठ की दुकान से भी 323 ग्राम सोने के आभूषण रिफाइनरी के लिए सागर पाटिल लेकर गया है। पूछताछ पर मालूम हुआ कि सागर अपनी दुकान से एक झोले में सारा सामान लेकर निकल गया है। बहरहाल पुलिस ने जांच शुरू कर दी। विवेचना कस्बा चाौकी प्रभारी श्रीकांत पांडेय को सौंपी गई। पुलिस की पड़ताल में पता चला कि सागर पाटिल के साथ कुछ और लोग मिले हुए हैं जिन्होंने सोना गायब करने और बराबर बांटने का षणयंत्र रचा था। बहरहाल पुलिस ने घटना में शामिल तीन आरोपितों सत्यप्रकाश उपाध्याय निवासी शाहकुटी मुगलसराय, प्रदीप शहाजी पाटिल निवासी पाटगांव जिला सांगली महाराष्ट्र और शांतनु सोनकर निवासी चकिया को गिरफ्तार कर लिया। सत्यप्रकाश उपाध्याय के पास से सोने की बिक्री के 30 हजार रुपये भी बरामद किए गए।
