
चंदौली। उत्तर प्रदेश शासन की मंशा के अनुरूप चलाए जा रहे “मिशन शक्ति अभियान फेज-5.0” के तहत शनिवार को जनपद चंदौली में महिला सशक्तिकरण को लेकर विशेष जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। पुलिस अधीक्षक चंदौली आदित्य लांग्हे के निर्देशन में क्षेत्राधिकारी सकलडीहा स्नेहा तिवारी ने थाना बबुरी क्षेत्र स्थित जेएस पब्लिक स्कूल पहुंचकर सीबीएसई हैंडबॉल नेशनल चैम्पियनशिप में प्रतिभाग कर रही महिला खिलाड़ियों से संवाद किया।
कार्यक्रम में देश की 21 राष्ट्रीय एवं यूएई, कतर, ओमान और कुवैत सहित छह अंतरराष्ट्रीय टीमों की महिला खिलाड़ियों ने भाग लिया। क्षेत्राधिकारी स्नेहा तिवारी ने सभी महिला खिलाड़ियों को महिला सशक्तिकरण, लैंगिक समानता और आत्मनिर्भरता के प्रति जागरूक किया। इस दौरान प्रतिभागियों को सुरक्षा और अधिकारों से संबंधित पम्पलेट भी वितरित किए गए।
कार्यक्रम के माध्यम से जनपदीय पुलिस ने यह संदेश दिया कि महिलाओं और बालिकाओं को एक सुरक्षित व सशक्त वातावरण प्रदान करने के लिए समाज के हर वर्ग को आगे आना होगा। स्नेहा तिवारी ने बताया कि “मिशन शक्ति अभियान” का उद्देश्य महिलाओं में आत्मविश्वास बढ़ाना और उनके अधिकारों की जानकारी देना है, ताकि वे हर परिस्थिति में खुद की सुरक्षा कर सकें।
उन्होंने उपस्थित खिलाड़ियों को महिलाओं से जुड़ी विभिन्न सरकारी योजनाओं मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, वन स्टॉप सेंटर, 181 महिला हेल्पलाइन, निराश्रित महिला पेंशन योजना, महिला शरणालय, शक्ति सदन और सखी निवास के बारे में विस्तार से बताया।
इसके साथ ही महिला सुरक्षा से संबंधित प्रमुख कानूनों जैसे घरेलू हिंसा से संरक्षण अधिनियम 2005, कार्यस्थल पर लैंगिक उत्पीड़न निवारण अधिनियम 2013, दहेज निषेध अधिनियम 1961 (संशोधित 1986), तथा गर्भधारण पूर्व और प्रसवपूर्व निदान तकनीक (लिंग चयन प्रतिषेध) अधिनियम 1994 की जानकारी देकर उनके महत्त्व पर प्रकाश डाला गया।
साथ ही थाना बबुरी में नवस्थापित “मिशन शक्ति केंद्र” की कार्यप्रणाली, उद्देश्य और वहां उपलब्ध सेवाओं के बारे में भी विस्तार से जानकारी दी गई। इस अवसर पर पुलिस अधिकारियों ने महिला खिलाड़ियों से अपील की कि वे खेल के साथ समाज में भी महिला सुरक्षा और समानता के संदेश की वाहक बनें।